अधिक मास 2023

  1. Chaturmas 2023 Start Date End Date Five Months Know When Is The Start Of Sawan
  2. Malmas 2023: शुरू होने वाला है मलमास, 19 साल बाद बनेगा खास संयोग
  3. Malmas 2023: 19 साल बाद दुर्लभ संयोग, 5 माह चातुर्मास, 08 सावन सोमवार, 13 माह का साल, मकर संक्रांति से पहले सकट चौथ
  4. Sawan 2023: 19 साल बाद इस दुर्लभ योग में दो महीने का होगा सावन, जानें तिथि समेत जरूरी बातें
  5. Budh Pradosh Vrat 2023 Date Know Pradosh Vrat Full List In Year 2023 Calendar


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Chaturmas 2023 Start Date End Date Five Months Know When Is The Start Of Sawan

Chaturmas date 2023: इस वर्ष श्रावण (सावन) अधिमास का संयोग 19 वर्ष बाद फिर बन रहा है. इसके चलते चातुर्मास पांच माह का होगा. पौराणिक मान्‍यताओं के मुताबिक चातुर्मास में भगवान विष्णु क्षीरसागर में शयन करेंगे. इस दौरान भगवान शिव जगत्‍पालन का प्रबंधन संभालते हैं. चातुर्मास की अवधि विवाह, मुंडन, कनछेदन आदि शुभ कार्यों में पांच माह का विराम रहेगा. विक्रम संवत 2080 यानी वर्ष 2023 में 19 वर्ष के बाद श्रावण अधिमास होगा. 4 जुलाई से सावन की शुरूआत होगी और 31 अगस्त को श्रावण के दो मास पूरे होंगे. अधिमास 18 जुलाई से 16 अगस्त तक रहेगा. अधिमास के आरंभ के पूर्व सोमवती अमावस्या का पर्व आएगा. अधिमास में शुभ और मांगलिक कार्यों पर पूरी तरह रोक रहेगी. इसमें भवन बनाना, गृह प्रवेश, देव प्रतिष्ठापन, कुएं-बावड़ी खनन आदि सभी बंद रहेंगे. इससे पहले श्रावण अधिमास का संयोग विक्रम संवत 1847, 1966, 1985, 2004, 2015बना था अब 2023, आगे आने वाले वर्षों में 2042 और 2061 में बनेगा. इस वर्ष चातुर्मास पांच माह का होगा. आषाढ़ शुक्ल गुरुवार 29 जुलाई को देवशयनी एकादशी होगी. 23 नवंबर को देव प्रबोधिनी एकादशी को देव जागेंगे. इस बार सावन 59 दिन का होगा. यानि श्रावण मास दो चरणों में रहेगा. सावन के महीने का शिवभक्त इंतजार करते हैं. इस महीने में पूरा वातावरण शिवमय हो जाता है. इस बार शिव शक्ति का महीने सावन में दुर्लभ संयोग बन रहा है. यह दुर्लभ संयोग 19 साल बाद बन रहा है. क्योंकि शिव शक्ति का महीना एक नहीं बल्कि 2 महीने का रहने वाला होगा. सावन का महीना 4 जुलाई से प्रारंभ होकर 31 अगस्त को समाप्त होगा. ऐसे में सावन का महीना इस बार 30 दिन के बजाय 59 दिन का होगा. साथ ही इस बार मलमास का भी सावन के महीने में रहना होगा. जिसे पुरुश...

Malmas 2023: शुरू होने वाला है मलमास, 19 साल बाद बनेगा खास संयोग

• • Faith Hindi • Malmas 2023: शुरू होने वाला है मलमास, 19 साल बाद सावन के महीने में बनेगा खास संयोग Malmas 2023: शुरू होने वाला है मलमास, 19 साल बाद सावन के महीने में बनेगा खास संयोग Malmas 2023: हिंदी कैलेंडर में मलमास को अधिक मास भी कहा जाता है क्योंकि इसमें अन्य महीनों की तुलना में अधिक दिन होते हैं. आइए जानते हैं इस बार कब शुरू होगा मलमास? Malmas 2023 Kab Hai: अंग्रेजी कैलेंडर में लीप ईयर के बारे में लगभग सभी जानते हैं. लेकिन क्या आपको पता है कि हिंदी कैलेंडर में भी लीप ईयर होता है और इसे मलमास यानि अधिक मास कहा जाता है. जिस तरह लीप ईयर तीन साल में एक बार आता है, उसी तरह मलमास भी तीन साल में एक बार ही आता है. साल 2023 में मलमास लगने वाला है और सबसे महत्वपूर्ण बात है कि मलमास के दौरान 19 साल बाद बेहद ही खास संयोग बनेगा. आइए जानते हैं इसके बारे में डिटेल से. Also Read: • • • क्या होता है मलमास? हिंदू कैलेंडर के अनुसार तीन साल में एक बार एक अतिरिक्त माह आता है जिसे मलमास या अधिक मास कहा जाता है. कुछ जगहों पर इसे पुरुषोत्तममास भी कहते हैं. पंचांग के अनुसार जब सूर्य ग्रह राशि बदलकर एक राशि से दूसरी राशि में प्रवेश करते हैं तो उसे संक्रांति कहा जाता है. ऐसे में 12 राशियां और 12 संक्रांति होती हैं. लेकिन जिस माह संक्रांति नहीं होती यानि सूर्य राशि नहीं बदलते उस माह मलमास होता है. मलमास में किसी भी प्रकार का शुभ कार्य वर्जित माना गया है. कब लगेगा मलमास? हिंदू पंचांग के अनुसार इस साल 2023 में मलमास लगने वाजा है जो कि 18 जुलाई 2023 से लेकर 16 अगस्त 2023 तक रहेगा. स्पष्ट कर दें कि लीप ईयर की तरह मलमास हर साल नहीं, बल्कि केवल तीन साल में एक बार ही आता है. 19 साल बाद खास संयोग इस ...

Malmas 2023: 19 साल बाद दुर्लभ संयोग, 5 माह चातुर्मास, 08 सावन सोमवार, 13 माह का साल, मकर संक्रांति से पहले सकट चौथ

अधिक मास को मलमास या पुरुषोत्तम मास भी कहा जाता है. 19 साल बाद ऐसा संयोग बना है, जब सावन माह 60 दिनों का है. मलमास के कारण इस साल 2023 में चातुर्मास 5 माह का होगा. Malmas 2023: नए साल 2023 में अधिक मास लग रहा है, इसे मलमास या पुरुषोत्तम मास भी कहा जाता है. मलमास के कारण हिन्दू कैलेंडर का यह वर्ष 13 माह का होगा और इसमें सावन 60 दिनों का होगा. 19 साल बाद ऐसा दुर्लभ संयोग बना है कि इस बार दो सावन माह, 5 माह का चातुर्मास होगा. मलमास के कारण इस साल 2023 में व्रत और त्योहार देरी से मनाएं जाएंगे. ऐसा दुर्लभ संयोग साल 2004 में बना था. मलमास के कारण व्रत त्योहार की तारीखों में भी फेरबदल हो गया है. 60 दिनों का होगा सावन माह, 08 सावन सोमवार श्री कल्लाजी वैदिक विश्वविद्यालय के ज्योतिष विभागाध्यक्ष डॉ मृत्युञ्जय तिवारी ने बताया कि अंग्रेजी कैलेंडर का साल 2023 भारतीय पञ्चांग के अनुसार विक्रम संवत 2080 होगा. अंग्रेजी कैलेंडर के आधार पर देखा जाए तो सावन का महीना 60 दिनों का है. 19 साल बाद ऐसा संयोग बना है, जब सावन माह 60 दिनों का है. इस बार 08 सावन सोमवार व्रत पड़ेंगे, जो भगवान शिव की आराधना के​ लिए उत्तम हैं. ये भी पढ़ें: कब है मौनी अमावस्या? इस दिन क्यों करते हैं गंगा स्नान, जानें मुहूर्त और महत्व 05 माह का होगा चातुर्मास मलमास के कारण इस साल 2023 में चातुर्मास 5 माह का होगा क्योंकि सावन माह में ही मलमास यानि पुरुषोत्तम माह जुड़ रहा है. भगवान विष्णु पांच माह तक योग निद्रा में रहेंगे, इस वजह से 5 माह तक कोई भी शुभ कार्य जैसे विवाह, मुंडन, गृ​ह प्रवेश आदि नहीं होगा. 18 जुलाई 2023 से लगेगा मलमास पंचांग के अनुसार, सावन मा​ह का कृष्ण पक्ष 04 जुलाई से 17 जुलाई तक है. उसके बाद 18 जुलाई से मलमा...

Sawan 2023: 19 साल बाद इस दुर्लभ योग में दो महीने का होगा सावन, जानें तिथि समेत जरूरी बातें

यह भी पढ़ें: क्यों पड़ रहा है 2023 में दो बार सावन? • वैदिक पंचांग की गणना सौर मास और चंद्र मास के आधार पर की जाती है। • चंद्र मास 354 दिनों का होता है और सौर मास 365 दिन का। • चंद्र मास और सौर मास में तकरीबन 11 दिनों का अंतर होता है। • हर तीसरे साल में यह अंतर 33 दिनों का हो जाता है। • इसी अंतर को अधिक मास कहा जाता है। • इस बार सावन अधिक मास में ही है जो बहुत दुर्लभ माना जाता है। • यही कारण है कि सावन इस साल दो महीने का होने वाला है। कब-कब हैं सोमवार तिथियां? • सावन पहला सोमवार: 10 जुलाई • सावन दूसरा सोमवार: 17 जुलाई • सावन तीसरा सोमवार: 24 जुलाई • सावन चौथा सोमवार: 31 जुलाई • सावन पांचवा सोमवार: 7 अगस्त • सावन छठा सोमवार: 14 अगस्त • सावन सातवां सोमवार: 21 अगस्त • सावन आठवां सोमवार: 28 अगस्त यह भी पढ़ें: कैसे करें सावन 2023 की पूजा? • सावन सोमवार के दिन सुबह जल्दी उठकर स्नान आदि से निवृत्त हो जाएं। • इसके बाद स्वच्छ वस्त्र धारण करें और भगवान शिव का स्मरण करें। • अपने दाहिने हाथ में जल लेकर सावन सोमवार व्रत का संकल्प लें। • इसके बाद एक लोटे में गंगाजल भरकर शिव मंदिर में जाएं। • भगवान शिव का गंगाजल से अभिषेक करें। ' ॐ नमः शिवाय मंत्र' का जाप करें। • भोलेनाथ को अक्षत, सफेद फूल, सफेद चंदन, भांग, धतूरा अर्पित करें। • गाय का दूध, धूप, पंचामृत, सुपारी, बेलपत्र आधी भी शिवलिंग पर चढ़ाएं। • सामग्री चढ़ाते समय ॐ का उच्चारण करें या शिव स्तुति गाएं। • भगवान शिव के आगे रुद्राक्ष अर्पित करें और मृत्युंजय मंत्र का जाप करें। • मंदिर में बैठकर सावन सोमवार के दिन सोमवार व्रत की कथा अवश्य पढ़ें। • भगवान शिव को प्रसाद के रूप में घी और चीनी का भोग लगाएं। • भगवान शिव की आरती गाएं और महादेव का ज्याद...

Budh Pradosh Vrat 2023 Date Know Pradosh Vrat Full List In Year 2023 Calendar

Budh Pradosh Vrat 2023: नए साल का पहला प्रदोष व्रत 4 जनवरी 2023 (Paush pradosh vrat 2023) , बुधवार को रखा जाएगा. ये पौष माह का दूसरा बुध प्रदोष व्रत होगा. मान्यता है कि प्रदोष व्रत में की गई शिव आराधना वैवाहिक सुख, संतान की दीर्धायु और ग्रहों के पीड़ा से मुक्ति दिलाती है. इस व्रत के परिणाम स्वरूप साधक को हर तरह के सुख, समृद्धि, भोग और ऐश्वर्य मिलता है.प्रदोष का व्रत का पालन सूर्योदय से सूर्यास्त यानी की शाम की पूजा करने के बाद तक किया जाता है. इस व्रत में शंकर-पार्वती को प्रसन्न करने के लिए संध्या काल में पूजा का विधान है. आइए जानते हैं साल के पहले प्रदोष व्रत का मुहूर्त. बुध प्रदोष व्रत 2023 मुहूर्त (Budh Pradosh Vrat 2023 M)uhurat पंचांग के अनुसार पौष माह के कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि 3 जनवरी 2023 को रात 10 बजकर 01 मिनट से हो रही है. त्रयोदशी तिथि की समाप्ति 5 जनवरी 2023 को सुबह 12 बजे होगी. प्रदोष व्रत की पूजा का उत्तम समय 4 जनवरी 2023 को है. बुध प्रदोष व्रत मुहूर्त - शामम 05.47 - रात 08.29 (4 जनवरी 2023) • पौष प्रदोष व्रत (शुक्ल) - 4 जनवरी 2023 (बुध प्रदोष व्रत) • माघ प्रदोष व्रत (कृष्ण) - 19 जनवरी 2023 (गुरु प्रदोष व्रत) • माघ प्रदोष व्रत (शुक्ल) - 2 फरवरी 2023 (गुरु प्रदोष व्रत) • फाल्गुन प्रदोष व्रत (कृष्ण) - 18 फरवरी 2023 (शनि प्रदोष व्रत) • फाल्गुन प्रदोष व्रत (शुक्ल) - 4 मार्च 2023 (शनि प्रदोष व्रत) • चैत्र प्रदोष व्रत (कृष्ण) - 19 मार्च 2023 • चैत्र प्रदोष व्रत (शुक्ल) - 3 अप्रैल 2023 (सोम प्रदोष व्रत) • वैशाख प्रदोष व्रत (कृष्ण) - 17 अप्रैल 2023 (सोम प्रदोष व्रत) • वैशाख प्रदोष व्रत (शुक्ल) - 3 मई 2023 (बुध प्रदोष व्रत) • ज्येष्ठ प्रदोष व्रत (कृष्ण) - 17 मई 202...