असहयोग आंदोलन क्या है

  1. असहयोग आंदोलन के कारण, कार्यक्रम, प्रभाव, परिणाम
  2. Explainer: असहयोग आंदोलन की समाप्ति‍ के बाद कैसे बदली स्वतंत्रता संग्राम की दिशा?
  3. आखिर क्या है असहयोग आंदोलन एवं इसके मुख्य कारण ?
  4. असहयोग आंदोलन के कारण, कार्यक्रम, प्रभाव, परिणाम
  5. Explainer: असहयोग आंदोलन की समाप्ति‍ के बाद कैसे बदली स्वतंत्रता संग्राम की दिशा?
  6. आखिर क्या है असहयोग आंदोलन एवं इसके मुख्य कारण ?
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  8. आखिर क्या है असहयोग आंदोलन एवं इसके मुख्य कारण ?
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  10. आखिर क्या है असहयोग आंदोलन एवं इसके मुख्य कारण ?


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असहयोग आंदोलन के कारण, कार्यक्रम, प्रभाव, परिणाम

1. युद्धोत्तर भारत मेंअसन्तोष - प्रथम विश्व युद्ध के समय भारतीय जनता ने ब्रिटिश सरकार को पूर्ण सहयोग दिया था। ब्रिटेन ने यह युद्ध स्वतन्त्रता और प्रजातन्त्र की रक्षा के नाम पर लड़ा था। ब्रिटिश विजय में भारतीय सैनिकों का महत्वपूर्ण योगदान था। भारतीयों को विश्वास था कि युद्ध की समाप्ति पर ब्रिटेन भारत को दिये गये वचनों का पालन करेगा, परन्तु भारत को स्वशासन के नाम पर ‘मॉण्ट फोर्ड’ सुधार दिये गये जिससे देश को सन्तोष नहीं हुआ। 2.विदेशी घटनाओंकी प्रतिक्रिया -विश्व युद्ध के कारण यूरोप के तीन देशों- जर्मनी, आस्ट्रिया और रूस के निरंकुश शासन की समाप्ति हो गई । रूसी क्रान्ति के परिणामस्वरूप वहां साम्यवादी शासन व्यवस्था स्थापित हुई । रूस की साम्यवादी सरकार ने एशिया के अनेक प्रदेशों को स्वतंत्र कर दिया। भारतीय जनता की चेतना पर इन घटनाओं का प्रभाव पड़ा और वे राष्ट्रीय संघर्ष हेतु सक्रिय होने लगे। 3.‘माण्ड-फोर्ड’ सुधारों से असन्तोष -1919 ई. में‘मॉण्टेग्यू-चेम्सफोर्र्ड’ सुधार योजना जनता की स्वराज्य की मांग को संतुष्ट करने की दिशा में सर्वथा निष्फल रहीं। युद्ध के समय सरकार ने भारत को उत्तरदायी शासन देने का वादा किया था, परन्तु इस समय योजना में उत्तरदायी शासन तो दूर, सिक्खों को भी मुसलमानों के समान पृथक निर्वाचन का अधिकार दे दिया गया। इससे जनता में ब्रिटिश शासन के प्रति असन्तोष फैला। 6.रोलट एक्ट -देश में उठने वाले जन-असन्तोष से निपटने के लिए 18 मार्च, 1919 ई को रोलटे एक्ट नामक काला कानून पास किया गया, जिसके अनुसार, ‘‘शासन को किसी भी व्यक्ति को संदिग्ध घोषित कर, बिना दोषी सिद्ध किये, जेल में बन्द करने का अधिकार दिया गया।’’ इस प्रकार सरकार को पर्याप्त दमनकारी अधिकार मिल गये और भारतीयों की स्व...

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To Start receiving timely alerts please follow the below steps: • Click on the Menu icon of the browser, it opens up a list of options. • Click on the “Options ”, it opens up the settings page, • Here click on the “Privacy & Security” options listed on the left hand side of the page. • Scroll down the page to the “Permission” section . • Here click on the “Settings” tab of the Notification option. • A pop up will open with all listed sites, select the option “ALLOW“, for the respective site under the status head to allow the notification. • Once the changes is done, click on the “Save Changes” option to save the changes. क्रांतिकारीआंदोलन - दृढ़संकल्पितभारतकाएकबड़ाकदम असहयोगआंदोलनकेस्वतःस्फूर्तउभारनेस्वतंत्रताकेलिएदृढ़संकल्पितभारतकेयुवाओंकोकाफीआकर्षितकिया।देशकेयुवाओंनेगांधीजीकेआह्वानपरउत्साहकेसाथबढ़चढ़करअसहयोगआंदोलनमेंभागलियाथा।चौरीचौराकांडकेबादअसहयोगआन्दोलनस्थगितकरदियागयाथा।इसघटनानेउत्साहीयुवकोंकोबहुतचोटपहुंचाई।आंदोलनकीअचानकवापसीउनकीआकांक्षाओंकेलिएएकझटकाथी।उनकाकांग्रेसीनेतृत्वकेप्रतिमोहभंगहुआ।कुछयुवकक्रांतिकारीनेताराष्ट्रवादीनेतृत्वकीबुनियादीरणनीतिऔरअहिंसकआन्दोलनकेऊपरप्रश्नचिह्नलगानेलगे।वेऔरविकल्पोंकीतलाशकरनेलगे।चूंकिनतोस्वाराजियोंकीराजनीतिकविचारधाराऔरनहीअपरिवर्तानवादियोंकेरचनात्मककार्यउन्हेंआकर्षितकरसकेथे, इसलिएवेइसविचारकेप्रतिआकर्षितहुएकिकेवलहिंसकतरीकेहीभारतकोमुक्तकरसकतेहैं। कुछप्रान्तोंमेंशिक्षितयुवकोंकाक्रन्तिकारी-सिद्धांतोंकीतरफझुकावहुए।उससमयकीकईपत्रिकाओं, जैसेआत्मशक्ति, सारथि, बिजलीआदिमेंऐसेआलेखऔरसंस्मरणछापेजातेजिसमेंक्रांतिकारियोंकेत्याग, बलिदानऔरशौर्यकागुणगानहोताथा।...

आखिर क्या है असहयोग आंदोलन एवं इसके मुख्य कारण ?

आखिरक्याहैअसहयोगआंदोलनएवंइसकेमुख्यकारण ? – Non Cooperation Movement in Hindi असहयोगआंदोलनकेबारेमेंएकनजरमें– Non Cooperation Movement Information आंदोलन: असहयोगआंदोलन / असहकारआंदोलन कबहुईआंदोलनकीशुरुआत: 1 अगस्त , 1920 आंदोलनकेनेतृत्वकर्ता: असहयोगआंदोलनकामुख्यउद्देश्य: सरकारकेसाथसहयोगनहींकरकेसरकारीकार्यवाहीमेंबाधाडालना असहयोगआंदोलनकेमुख्यकारण: रोलेटएक्ट , जलियांवालाबागनरसंहार , आर्थिकसंकट कबतकचलाआंदोलन: फरवरी , 1922 तक आंदोलनकोवापसलेनेकामुख्यकारण: चौरी –चौराकांड आखिरक्याहैअसहयोगआंदोलनऔरइसकेमुख्यउद्देश्य– Objectives Of Non Cooperation Movement आजादीकेमहानायकमहात्मागांधीजीद्धाराअंग्रेजोंकेअत्याचारोंकेखिलाफचलाएगएअसहयोगआंदोलनसेतात्पर्यसहयोगनहींकरनाथा। इसआंदोलनकामुख्यमकसदशांतिऔरअहिंसात्मकतरीकेसेअंग्रेजोंकाअसहयोगकरनाथा। असहयोगआंदोलनकेतहतसरकारीकार्यालयोंमेंकामनहींकरना , अंग्रेजोंद्धारास्थापितकिएगएस्कूलोंमेंनहींपढ़ना, विदेशीवस्तुओंऔरकपड़ोंकाबहिष्कारकरना,सरकारीउपाधियोंआदिकोलौटानाआदि।जिसकेचलतेब्रिटिशहुकूमतकोभारतीयोंपरशासनकरनेमेंमुश्किलपैदाहोसके। असहयोगआंदोलनकेमुख्यकारण – Causes Of Non Cooperation Movement असहयोगआंदोलनकेकुछमुख्यकारणनिम्नलिखितहैं – • जलियांवालाबागहत्याकांड– Jallianwala Bagh Hatyakand ब्रिटिशसरकारकीदमनकारीऔरक्रूरनीतियोंकेविरोधमें 13 अप्रैल , साल 1919 कोपंजाबकेअमृतसरकेजलियांवालाबागमेंशांतिपूर्णतरीकेसेएकसार्वजनिकसभाकाआयोजनकियागया , लेकिनइससभाकेदौरानअंग्रेजोंकीतरफसेभारतीयोंपरजमकरगोलियांबरसाईंगईं। इसनरसंहारमेंहजारसेभीज्यादामासूमऔरबेकसूरलोगोंकीजानचलीगईथी, तोकईहजारलोगबुरीतरहघायलहोगएथे।वहींइसभयावहहत्याकांडकेबादपूरेदेशमेंअंग्रेजोंकेखिलाफरोषव्याप्तहोगयाथाऔरइसकेविरोधमेंरबीन्द्रनाथ...

असहयोग आंदोलन के कारण, कार्यक्रम, प्रभाव, परिणाम

1. युद्धोत्तर भारत मेंअसन्तोष - प्रथम विश्व युद्ध के समय भारतीय जनता ने ब्रिटिश सरकार को पूर्ण सहयोग दिया था। ब्रिटेन ने यह युद्ध स्वतन्त्रता और प्रजातन्त्र की रक्षा के नाम पर लड़ा था। ब्रिटिश विजय में भारतीय सैनिकों का महत्वपूर्ण योगदान था। भारतीयों को विश्वास था कि युद्ध की समाप्ति पर ब्रिटेन भारत को दिये गये वचनों का पालन करेगा, परन्तु भारत को स्वशासन के नाम पर ‘मॉण्ट फोर्ड’ सुधार दिये गये जिससे देश को सन्तोष नहीं हुआ। 2.विदेशी घटनाओंकी प्रतिक्रिया -विश्व युद्ध के कारण यूरोप के तीन देशों- जर्मनी, आस्ट्रिया और रूस के निरंकुश शासन की समाप्ति हो गई । रूसी क्रान्ति के परिणामस्वरूप वहां साम्यवादी शासन व्यवस्था स्थापित हुई । रूस की साम्यवादी सरकार ने एशिया के अनेक प्रदेशों को स्वतंत्र कर दिया। भारतीय जनता की चेतना पर इन घटनाओं का प्रभाव पड़ा और वे राष्ट्रीय संघर्ष हेतु सक्रिय होने लगे। 3.‘माण्ड-फोर्ड’ सुधारों से असन्तोष -1919 ई. में‘मॉण्टेग्यू-चेम्सफोर्र्ड’ सुधार योजना जनता की स्वराज्य की मांग को संतुष्ट करने की दिशा में सर्वथा निष्फल रहीं। युद्ध के समय सरकार ने भारत को उत्तरदायी शासन देने का वादा किया था, परन्तु इस समय योजना में उत्तरदायी शासन तो दूर, सिक्खों को भी मुसलमानों के समान पृथक निर्वाचन का अधिकार दे दिया गया। इससे जनता में ब्रिटिश शासन के प्रति असन्तोष फैला। 6.रोलट एक्ट -देश में उठने वाले जन-असन्तोष से निपटने के लिए 18 मार्च, 1919 ई को रोलटे एक्ट नामक काला कानून पास किया गया, जिसके अनुसार, ‘‘शासन को किसी भी व्यक्ति को संदिग्ध घोषित कर, बिना दोषी सिद्ध किये, जेल में बन्द करने का अधिकार दिया गया।’’ इस प्रकार सरकार को पर्याप्त दमनकारी अधिकार मिल गये और भारतीयों की स्व...

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आखिरक्याहैअसहयोगआंदोलनएवंइसकेमुख्यकारण ? – Non Cooperation Movement in Hindi असहयोगआंदोलनकेबारेमेंएकनजरमें– Non Cooperation Movement Information आंदोलन: असहयोगआंदोलन / असहकारआंदोलन कबहुईआंदोलनकीशुरुआत: 1 अगस्त , 1920 आंदोलनकेनेतृत्वकर्ता: असहयोगआंदोलनकामुख्यउद्देश्य: सरकारकेसाथसहयोगनहींकरकेसरकारीकार्यवाहीमेंबाधाडालना असहयोगआंदोलनकेमुख्यकारण: रोलेटएक्ट , जलियांवालाबागनरसंहार , आर्थिकसंकट कबतकचलाआंदोलन: फरवरी , 1922 तक आंदोलनकोवापसलेनेकामुख्यकारण: चौरी –चौराकांड आखिरक्याहैअसहयोगआंदोलनऔरइसकेमुख्यउद्देश्य– Objectives Of Non Cooperation Movement आजादीकेमहानायकमहात्मागांधीजीद्धाराअंग्रेजोंकेअत्याचारोंकेखिलाफचलाएगएअसहयोगआंदोलनसेतात्पर्यसहयोगनहींकरनाथा। इसआंदोलनकामुख्यमकसदशांतिऔरअहिंसात्मकतरीकेसेअंग्रेजोंकाअसहयोगकरनाथा। असहयोगआंदोलनकेतहतसरकारीकार्यालयोंमेंकामनहींकरना , अंग्रेजोंद्धारास्थापितकिएगएस्कूलोंमेंनहींपढ़ना, विदेशीवस्तुओंऔरकपड़ोंकाबहिष्कारकरना,सरकारीउपाधियोंआदिकोलौटानाआदि।जिसकेचलतेब्रिटिशहुकूमतकोभारतीयोंपरशासनकरनेमेंमुश्किलपैदाहोसके। असहयोगआंदोलनकेमुख्यकारण – Causes Of Non Cooperation Movement असहयोगआंदोलनकेकुछमुख्यकारणनिम्नलिखितहैं – • जलियांवालाबागहत्याकांड– Jallianwala Bagh Hatyakand ब्रिटिशसरकारकीदमनकारीऔरक्रूरनीतियोंकेविरोधमें 13 अप्रैल , साल 1919 कोपंजाबकेअमृतसरकेजलियांवालाबागमेंशांतिपूर्णतरीकेसेएकसार्वजनिकसभाकाआयोजनकियागया , लेकिनइससभाकेदौरानअंग्रेजोंकीतरफसेभारतीयोंपरजमकरगोलियांबरसाईंगईं। इसनरसंहारमेंहजारसेभीज्यादामासूमऔरबेकसूरलोगोंकीजानचलीगईथी, तोकईहजारलोगबुरीतरहघायलहोगएथे।वहींइसभयावहहत्याकांडकेबादपूरेदेशमेंअंग्रेजोंकेखिलाफरोषव्याप्तहोगयाथाऔरइसकेविरोधमेंरबीन्द्रनाथ...

असहयोग आंदोलन के कारण, कार्यक्रम, प्रभाव, परिणाम

1. युद्धोत्तर भारत मेंअसन्तोष - प्रथम विश्व युद्ध के समय भारतीय जनता ने ब्रिटिश सरकार को पूर्ण सहयोग दिया था। ब्रिटेन ने यह युद्ध स्वतन्त्रता और प्रजातन्त्र की रक्षा के नाम पर लड़ा था। ब्रिटिश विजय में भारतीय सैनिकों का महत्वपूर्ण योगदान था। भारतीयों को विश्वास था कि युद्ध की समाप्ति पर ब्रिटेन भारत को दिये गये वचनों का पालन करेगा, परन्तु भारत को स्वशासन के नाम पर ‘मॉण्ट फोर्ड’ सुधार दिये गये जिससे देश को सन्तोष नहीं हुआ। 2.विदेशी घटनाओंकी प्रतिक्रिया -विश्व युद्ध के कारण यूरोप के तीन देशों- जर्मनी, आस्ट्रिया और रूस के निरंकुश शासन की समाप्ति हो गई । रूसी क्रान्ति के परिणामस्वरूप वहां साम्यवादी शासन व्यवस्था स्थापित हुई । रूस की साम्यवादी सरकार ने एशिया के अनेक प्रदेशों को स्वतंत्र कर दिया। भारतीय जनता की चेतना पर इन घटनाओं का प्रभाव पड़ा और वे राष्ट्रीय संघर्ष हेतु सक्रिय होने लगे। 3.‘माण्ड-फोर्ड’ सुधारों से असन्तोष -1919 ई. में‘मॉण्टेग्यू-चेम्सफोर्र्ड’ सुधार योजना जनता की स्वराज्य की मांग को संतुष्ट करने की दिशा में सर्वथा निष्फल रहीं। युद्ध के समय सरकार ने भारत को उत्तरदायी शासन देने का वादा किया था, परन्तु इस समय योजना में उत्तरदायी शासन तो दूर, सिक्खों को भी मुसलमानों के समान पृथक निर्वाचन का अधिकार दे दिया गया। इससे जनता में ब्रिटिश शासन के प्रति असन्तोष फैला। 6.रोलट एक्ट -देश में उठने वाले जन-असन्तोष से निपटने के लिए 18 मार्च, 1919 ई को रोलटे एक्ट नामक काला कानून पास किया गया, जिसके अनुसार, ‘‘शासन को किसी भी व्यक्ति को संदिग्ध घोषित कर, बिना दोषी सिद्ध किये, जेल में बन्द करने का अधिकार दिया गया।’’ इस प्रकार सरकार को पर्याप्त दमनकारी अधिकार मिल गये और भारतीयों की स्व...

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आखिरक्याहैअसहयोगआंदोलनएवंइसकेमुख्यकारण ? – Non Cooperation Movement in Hindi असहयोगआंदोलनकेबारेमेंएकनजरमें– Non Cooperation Movement Information आंदोलन: असहयोगआंदोलन / असहकारआंदोलन कबहुईआंदोलनकीशुरुआत: 1 अगस्त , 1920 आंदोलनकेनेतृत्वकर्ता: असहयोगआंदोलनकामुख्यउद्देश्य: सरकारकेसाथसहयोगनहींकरकेसरकारीकार्यवाहीमेंबाधाडालना असहयोगआंदोलनकेमुख्यकारण: रोलेटएक्ट , जलियांवालाबागनरसंहार , आर्थिकसंकट कबतकचलाआंदोलन: फरवरी , 1922 तक आंदोलनकोवापसलेनेकामुख्यकारण: चौरी –चौराकांड आखिरक्याहैअसहयोगआंदोलनऔरइसकेमुख्यउद्देश्य– Objectives Of Non Cooperation Movement आजादीकेमहानायकमहात्मागांधीजीद्धाराअंग्रेजोंकेअत्याचारोंकेखिलाफचलाएगएअसहयोगआंदोलनसेतात्पर्यसहयोगनहींकरनाथा। इसआंदोलनकामुख्यमकसदशांतिऔरअहिंसात्मकतरीकेसेअंग्रेजोंकाअसहयोगकरनाथा। असहयोगआंदोलनकेतहतसरकारीकार्यालयोंमेंकामनहींकरना , अंग्रेजोंद्धारास्थापितकिएगएस्कूलोंमेंनहींपढ़ना, विदेशीवस्तुओंऔरकपड़ोंकाबहिष्कारकरना,सरकारीउपाधियोंआदिकोलौटानाआदि।जिसकेचलतेब्रिटिशहुकूमतकोभारतीयोंपरशासनकरनेमेंमुश्किलपैदाहोसके। असहयोगआंदोलनकेमुख्यकारण – Causes Of Non Cooperation Movement असहयोगआंदोलनकेकुछमुख्यकारणनिम्नलिखितहैं – • जलियांवालाबागहत्याकांड– Jallianwala Bagh Hatyakand ब्रिटिशसरकारकीदमनकारीऔरक्रूरनीतियोंकेविरोधमें 13 अप्रैल , साल 1919 कोपंजाबकेअमृतसरकेजलियांवालाबागमेंशांतिपूर्णतरीकेसेएकसार्वजनिकसभाकाआयोजनकियागया , लेकिनइससभाकेदौरानअंग्रेजोंकीतरफसेभारतीयोंपरजमकरगोलियांबरसाईंगईं। इसनरसंहारमेंहजारसेभीज्यादामासूमऔरबेकसूरलोगोंकीजानचलीगईथी, तोकईहजारलोगबुरीतरहघायलहोगएथे।वहींइसभयावहहत्याकांडकेबादपूरेदेशमेंअंग्रेजोंकेखिलाफरोषव्याप्तहोगयाथाऔरइसकेविरोधमेंरबीन्द्रनाथ...

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To Start receiving timely alerts please follow the below steps: • Click on the Menu icon of the browser, it opens up a list of options. • Click on the “Options ”, it opens up the settings page, • Here click on the “Privacy & Security” options listed on the left hand side of the page. • Scroll down the page to the “Permission” section . • Here click on the “Settings” tab of the Notification option. • A pop up will open with all listed sites, select the option “ALLOW“, for the respective site under the status head to allow the notification. • Once the changes is done, click on the “Save Changes” option to save the changes. क्रांतिकारीआंदोलन - दृढ़संकल्पितभारतकाएकबड़ाकदम असहयोगआंदोलनकेस्वतःस्फूर्तउभारनेस्वतंत्रताकेलिएदृढ़संकल्पितभारतकेयुवाओंकोकाफीआकर्षितकिया।देशकेयुवाओंनेगांधीजीकेआह्वानपरउत्साहकेसाथबढ़चढ़करअसहयोगआंदोलनमेंभागलियाथा।चौरीचौराकांडकेबादअसहयोगआन्दोलनस्थगितकरदियागयाथा।इसघटनानेउत्साहीयुवकोंकोबहुतचोटपहुंचाई।आंदोलनकीअचानकवापसीउनकीआकांक्षाओंकेलिएएकझटकाथी।उनकाकांग्रेसीनेतृत्वकेप्रतिमोहभंगहुआ।कुछयुवकक्रांतिकारीनेताराष्ट्रवादीनेतृत्वकीबुनियादीरणनीतिऔरअहिंसकआन्दोलनकेऊपरप्रश्नचिह्नलगानेलगे।वेऔरविकल्पोंकीतलाशकरनेलगे।चूंकिनतोस्वाराजियोंकीराजनीतिकविचारधाराऔरनहीअपरिवर्तानवादियोंकेरचनात्मककार्यउन्हेंआकर्षितकरसकेथे, इसलिएवेइसविचारकेप्रतिआकर्षितहुएकिकेवलहिंसकतरीकेहीभारतकोमुक्तकरसकतेहैं। कुछप्रान्तोंमेंशिक्षितयुवकोंकाक्रन्तिकारी-सिद्धांतोंकीतरफझुकावहुए।उससमयकीकईपत्रिकाओं, जैसेआत्मशक्ति, सारथि, बिजलीआदिमेंऐसेआलेखऔरसंस्मरणछापेजातेजिसमेंक्रांतिकारियोंकेत्याग, बलिदानऔरशौर्यकागुणगानहोताथा।...

आखिर क्या है असहयोग आंदोलन एवं इसके मुख्य कारण ?

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