बापू की उपाधि किसने दी

  1. Lessons to be learnt from balasaur rail accident : Outlook Hindi
  2. Sardar Patel Jayanti: वल्लभ भाई पटेल को कब और किसने दी 'सरदार' की उपाधि
  3. [Solved] राम मोहन राय को 'राजा' की उपाधि किसने दी?
  4. बाल गंगाधर तिलक को लोकमान्य की उपाधि किसने दी उपाधि कब दी गयी when bal gangadhar tilak got lokmanya title in hindi – 11th , 12th notes In hindi
  5. महात्मा गांधी को बापू की उपाधि किसने दी थी? » Mahatma Gandhi Ko Bapu Ki Upadhi Kisne Di Thi
  6. महात्मा गांधी को क्यों कहा जाता है ‘बापू’, किसने दी थी उन्हें यह उपाधि
  7. बापू शब्द महात्मा गांधी को किसने दिया था? » Bapu Shabd Mahatma Gandhi Ko Kisne Diya Tha


Download: बापू की उपाधि किसने दी
Size: 23.50 MB

Lessons to be learnt from balasaur rail accident : Outlook Hindi

आधुनिक विकास का पुल-पुलिया को प्रतीक समझा जाता है। यह नदियों के दो किनारों को जोड़ सकता है, खाइयों को पाट सकता है और शहरों को दमघोंटू ट्रैफिक से निजात दिला सकता है। आज के दौर में जिस शासक-प्रशासक ने जितने पुल बनाए, उसे विश्वकर्मा और विशेश्वरैया जैसी उपाधि मिली। लेकिन, उसी दौर की यह विडंबना भी है कि पुल-पुलिया को भ्रष्टाचार का भी प्रतीक समझा जाता है। विकास के नाम पर बनाए गए इन पुलों के नाम पर टेंडर के आवंटन से लेकर उद्घाटन समारोह के रिबन कटने तक आवंटित राशियों की कितनी बंदरबांट होती है, यह जानने के लिए किसी शरलॉक होम्स को न्योता देने की जरूरत नहीं है। आस-पड़ोस के खोजी पत्रकार (अगर इस दुर्लभ प्रजाति के एकाध नुमाइंदे अब भी बचे हों!) ही यह बताने के लिए काफी होंगे। नदियों पर पुल बनाना हो या रेलवे ट्रैक के ऊपर, शहरों में फ्लाइओवर का निर्माण हो या रिवरफ्रंट बनाना हो, इन सबके लिए बड़ी राशि की जरूरत होती है। जाहिर है, आवंटित राशि जितनी बड़ी होती है, भ्रष्टाचार का स्वरूप उतना ही व्यापक होता है। हमारे यहां वर्षों से कमीशनखोरी की ऐसी व्यवस्था बनी हुई है कि इस तरह के प्रोजेक्ट में भ्रष्टाचार का व्याप्त होना सामान्य समझा जाता है। पिछले कुछ दशकों में इस व्यवस्था को पारदर्शी बनाने के नाम पर कुछ कवायद जरूर हुई है। निविदा के आवंटन का स्वरूप तक बदला गया है। बिहार में किसी समय सभी सरकारी निविदाओं पर बाहुबलियों का कब्जा होता था और उन्हें अपने नाम करवाने के लिए दफ्तरों के भीतर खुलेआम खून-खराबा तक होता था। ऑनलाइन टेंडर का प्रावधान होने के बाद कुछ बदलाव आया और उम्मीद की गई कि भविष्य में भ्रष्टाचार पूरी तरह खत्म नहीं, तो कम से कम उस पर अंकुश जरूर लगेगी। लेकिन क्या ऐसा हुआ? बिहार में इसी सप्ताह गंगा नद...

Sardar Patel Jayanti: वल्लभ भाई पटेल को कब और किसने दी 'सरदार' की उपाधि

Sardar Vallabhbhai Patel Jayanti 2020: सरदार वल्लभभाई पटेल की आज (31 अक्टूबर) को 145वीं जयंती है। आज पूरा देश इस दिन को राष्ट्रीय एकता दिवस के रूप में मना रहा है। गुजरात के नाडियाड में 31 अक्टूबर साल 1875 को जन्मे वल्लभभाई पटेल को लौह पुरुष (The Iron Man Of India) भी कहा जाता है। सरदार पटले को भारत की आजादी के बाद टुकड़ों में बंटी 565 रियासतों का विलय कराने का श्रेय जाता है। पेशे से अधिवक्ता वल्लभभाई पटेल (Sardar Vallabhbhai Jhaverbhai Patel) भारत के पहले उप-प्रधानमंत्री भी रह चुके हैं। भारत के स्वतंत्रता आंदोलन में वल्लभभाई पटेल ने अहम भूमिका निभाई है। वल्लभभाई पटेल ने बैरिस्टर की पढ़ाई लंदन से की थी। राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के विचारों से प्रेरित होकर उन्होंने भारत के स्वतंत्रता आंदोलन में भाग लिया था। वल्लभभाई पटेल सरदार पटेल के नाम से लोकप्रिय हैं, आइए उनकी जयंती पर जानते हैं वल्लभ भाई पटेल कब और कैसे बनें सरदार पटेल? यह किस्सा सन 1928 का है, जब भारतीय स्वाधीनता संग्राम के दौरान गुजरात में एक अहम किसान आंदोलन हुआ था। जिसका नेतृत्व वल्लभभाई पटेल ने किया था। ब्रिटिश सरकार ने गुजरात में किसानों पर 22 से 30 प्रतिशत का लगान लेने का फैसला किया था या यूं कह लें कि उनपर थोप दिया था। वल्लभभाई पटेल ने इसी के खिलाफ आंदोलन किया था। इस इतिहास में बारदोली सत्याग्रह ( Bardoli suffere) के नाम से जाना जाता है। PM Modi ने Sardar Patel Jayanti पर दी श्रद्धांजलि, Parade की सलामी भी ली | वनइंडिया हिंदी ब्रिटिश सरकार ने गुजरात के किसानों से तीस प्रतिशत तक लगान लेने की बहुत कोशिश की, लेकिन वो सफल नहीं हो पाए। वल्लभभाई पटेल ने लगान में हुई बढ़ोतरी का पुरजोर विरोध किया। बारदोली में पटेल ने कि...

[Solved] राम मोहन राय को 'राजा' की उपाधि किसने दी?

सही उत्तर मुगल सम्राट अकबर द्वितीय है। Key Points • अकबर द्वितीय ने राम मोहन राय को राजा की उपाधि दी। • अकबर द्वितीय 1806-1837 तक मुगल सम्राट था। • उसने 'फूलोंकी सैर'का त्योहार शुरू किया। • उसकी कब्र महरौली में कुतुबुद्दीन बख्तियार काकी की कब्र के पासहै। Important Points • राजा राम मोहन राय को भारतीय पुनर्जागरण के जनक के रूप में जाना जाता है। • उनके प्रयासों से सती प्रथा का उन्मूलन हुआ। • उन्होंने 1828 में ब्रह्म समाज की स्थापना की। • उन्होंने 1817 में कलकत्ता में हिंदू कॉलेज की स्थापना की। • उन्होंने ‘मिरात - उल - अख़बार’ और ‘संवाद कौमुदी’ का संपादन किया। Additional Information • लॉर्ड विलियम बेंटिक 1829 के विनियमन XVII द्वारा सती प्रथा को समाप्त करने वाला बंगाल का गवर्नर था। • 1833 के चार्टर एक्ट तहतबेंटिक, भारत कापहलागवर्नर-जनरल भी बन गया था।

बाल गंगाधर तिलक को लोकमान्य की उपाधि किसने दी उपाधि कब दी गयी when bal gangadhar tilak got lokmanya title in hindi – 11th , 12th notes In hindi

when bal gangadhar tilak got lokmanya title in hindi बाल गंगाधर तिलक को लोकमान्य की उपाधि किसने दी उपाधि कब दी गयी ? प्रश्न : बाल गंगाधर तिलक को “लोकमान्य” की उपाधि दी गई थी। (अ) 1908 में उनके कारावास के दौरान (ब) होमरूल आंदोलन के दौरान (स) क्रांतिकारी आंदोलन के दौरान (द) स्वदेशी आंदोलन के दौरान S.S.C. Tax Asst. परीक्षा, 2007 उत्तर-(*) बाल गंगाधर तिलक ऐसे पहले व्यक्ति थे जिन्हें 1882 ई. में पत्रकारिता के कारण सजा हुई थी। 1896-97 ई. में इन्होंने संपूर्ण महाराष्ट्र में कर न देने का आंदोलन चलाया। इसी दौरान जनता ने इन्हें ‘लोकमान्य‘ की उपाधि दी। इनका प्रसिद्ध कथन है ‘‘स्वराज मेरा जन्म सिद्ध अधिकार है और मैं इसे लेकर रहूंगा‘‘। 1. ‘वापस वेदों की ओर‘ का आह्वान किया गया था- (अ) स्वामी विवेकानंद द्वारा (ब) स्वामी दयानंद सरस्वती द्वारा (स) अरविंद घोष द्वारा (द) राजा राममोहन राय द्वारा S.S.C. संयुक्त स्नातक स्तरीय (Tier-I) परीक्षा, 2011 उत्तर-(ब) ‘वापस वेदों की ओर‘ (Back to the Vedas) का आह्वान आ समाज के संस्थापक स्वामी दयानंद सरस्वती द्वारा किया गया था। उन्होंने वेदों को ईश्वरीय ज्ञान मानते हुए वैदिक धर्म को पुनः शुद्व रूप में स्थापित करने का प्रयास किया। 2. राष्ट्रीय संघर्ष के दौरान प्रसिद्ध समाचार-पत्र ‘केसरी‘ का संस्थापक-संपादक कौन था? (अ) महात्मा गांधी (ब) जवाहरलाल नेहरू (स) लोकमान्य तिलक (द) मुहम्मद इकबाल S.S.C. Tax Asst. परीक्षा, 2008 उत्तर-(स) राष्ट्रीय संघर्ष के दौरान प्रसिद्ध समाचार-पत्र ‘केसरी‘ एवं ‘मराठा‘ के संस्थापक- संपादक लोकमान्य तिलक थे। 3. भगवद्गीता का अंग्रेजी में अनुवाद करने वाला पहला यूरोपियन कौन था? (अ) सर अलेक्जेंडर कनिंघम (ब) विलियम जोंस (स) चार्ल्स विल्किस (द...

महात्मा गांधी को बापू की उपाधि किसने दी थी? » Mahatma Gandhi Ko Bapu Ki Upadhi Kisne Di Thi

चेतावनी: इस टेक्स्ट में गलतियाँ हो सकती हैं। सॉफ्टवेर के द्वारा ऑडियो को टेक्स्ट में बदला गया है। ऑडियो सुन्ना चाहिये। सुभाष चंद्र बोस ने बोसी ने देश का पिता कहकर संबोधित किया था गांधी जी को 6 जुलाई 1994 को सिंगापुर वीडियो से संबोधित करते हुए सुभाष चंद्र बोस ने पहली बार बापू को राष्ट्रपिता भी कहा था

महात्मा गांधी को क्यों कहा जाता है ‘बापू’, किसने दी थी उन्हें यह उपाधि

नई दिल्ली: पूरा देश में आज महात्मा गांधी की 152 वीं जयंती के मना रहा है. महात्मा गांधी का जन्म 2 अक्टूबर 1869 को गुजरात के पोरबंदर में हुआ था. भारत को आजादी दिलाने में महात्मा गांधी महत्वपूर्व भूमिका थी. महात्मा गांधी भारत में ही पूरे विश्व के प्रसिद्ध नेता थे. वैसे महात्मा गांधी पूरे देश में अलग- अलग नामों से जाना जाता है. महात्मा गांधी ने बापू भी कहा जाता है. इसके साथ ही उन्हें राष्ट्रपिता के नाम से भी जाना जाता है. आइए आपको बताते है कि बापू को इस नाम से क्यों संबोधित किया जाता है. बिहार के चंपारण जिले की यात्रा पर गए थे. जहां एक किसान ने गांधी जी को बापू नाम से संबोधित किया था. बता दें कि चंपारण जिले में अंग्रेजों द्वारा भारतीय किसानों पर किए जा रहे अत्याचारों के खिलाफ आंदोलन को विरोध प्रदर्शन किया है. वहीं अंग्रेजों के खिलाफ गांधी जी के आंदोलन की शुरूआत हुई थी. इस आंदोलन के दौरान एक किसान ने महात्मा गांधी को बापू कह कर पुकारा था. जिसके गांधी जी बापू के नाम से प्रसिद्ध हो गए है. जानकारी के अनुसार बापू को राजकुमार शुक्ला नाम के एक व्यक्ति की चिट्ठी मिली थी. जिसके बाद उन्हें चंपारण आना पड़ा है. गांधी जी को बापू कहने वाले राजकुमार शुक्ला के नाम से जाना जाता है.

बापू शब्द महात्मा गांधी को किसने दिया था? » Bapu Shabd Mahatma Gandhi Ko Kisne Diya Tha

चेतावनी: इस टेक्स्ट में गलतियाँ हो सकती हैं। सॉफ्टवेर के द्वारा ऑडियो को टेक्स्ट में बदला गया है। ऑडियो सुन्ना चाहिये। बापू शब्द महात्मा गांधी को सबसे पहले सुभाष चंद्र बोस ने 6 जुलाई 1944 ईस्वी को राष्ट्रपिता यानी बापू के रूप में स्वीकार किया और उन्हें मतलब सुभाष चंद्र बोस ही महात्मा गांधी को सबसे पहले बापू के के पुकारे थे bapu shabd mahatma gandhi ko sabse pehle subhash chandra bose ne 6 july 1944 isvi ko rashtrapita yani bapu ke roop me sweekar kiya aur unhe matlab subhash chandra bose hi mahatma gandhi ko sabse pehle bapu ke ke pukare the बापू शब्द महात्मा गांधी को सबसे पहले सुभाष चंद्र बोस ने 6 जुलाई 1944 ईस्वी को राष्ट्रपिता