Bhavvachak sangya

  1. बचपन कौन सी संज्ञा है? bachpan shabd mein kaun si Sangya hai?
  2. भाववाचक संज्ञा की परिभाषा और उदाहरण, Bhav Vachak Sangya in Hindi
  3. संज्ञा किसे कहते हैं
  4. भाववाचक संज्ञा ( परिभाषा, उदाहरण, भेद ) पूरी जानकारी
  5. सर्व का भाववाचक संज्ञा क्या है?
  6. संज्ञा और उसके भेद
  7. भाववाचक संज्ञा ( परिभाषा, उदाहरण, भेद ) पूरी जानकारी
  8. भाववाचक संज्ञा की परिभाषा और उदाहरण, Bhav Vachak Sangya in Hindi
  9. संज्ञा किसे कहते हैं
  10. बचपन कौन सी संज्ञा है? bachpan shabd mein kaun si Sangya hai?


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बचपन कौन सी संज्ञा है? bachpan shabd mein kaun si Sangya hai?

Advertisement लता मंगेशकर की आवाज में दैवीय मधुरता है। विद्यार्थियों में अनुशासन लाने के लिए अध्यापक के स्वभाव में कठोरता होना स्वाभाविक है। ऊपर दिए गए वाक्यों में बेचैनी से बेचैन होने का, सफलता से सफल होने का, मधुरता से मधुर होने का और कठोरता से कठोर होने का भाव भाव व्यक्त हो रहा है इसलिए ये भाववाचक संज्ञा शब्द हैं। संज्ञा के बारे में परीक्षा में अनेक प्रकार के प्रश्न पूछे जाते हैं। जैसे कि – भाववाचक संज्ञा meaning in English, भाववाचक संज्ञा के 10 उदाहरण वाक्य, भाववाचक संज्ञा के 10 उदाहरण शब्द, भाववाचक संज्ञा को परिभाषित करो, भाववाचक संज्ञा से भाववाचक संज्ञा बनाना, आप इन सभी प्रश्नों का उत्तर इस पोस्ट को पढ़ कर दे सकते हैं। संज्ञा की परिभाषा, भेद एवं उदाहरण की विस्तार से जानकारी के लिए निम्न पोस्ट पढ़ें :- Related Posts: • रोग कौन सी संज्ञा है? rog shabd mein kaun si Sangya hai? • लुट कौन सी संज्ञा है? lut shabd mein kaun si Sangya hai? • डर कौन सी संज्ञा है? dar shabd mein kaun si Sangya hai? • जोड़ कौन सी संज्ञा है? jod shabd mein kaun si Sangya hai? • सफलता कौन सी संज्ञा है? safalta shabd mein kaun si Sangya… • जीत कौन सी संज्ञा है? jeet shabd mein kaun si Sangya hai? • भूख कौन सी संज्ञा है? bhukh shabd mein kaun si Sangya hai? • चाल कौन सी संज्ञा है? chaal shabd mein kaun si Sangya hai?

भाववाचक संज्ञा की परिभाषा और उदाहरण, Bhav Vachak Sangya in Hindi

Bhav Vachak Sangya in Hindi – यहाँ पर आपको Bhav Vachak Sangya से संबंधित सभी जानकारी उपलब्ध कराई गई हैं. जैसे – Bhav Vachak Sangya ki Paribhasha, इसके उदाहरण आदि. भाववाचक संज्ञा को उनके पहचान के साथ जानकारी दी गई हैं. भाववाचक संज्ञा से अनेको प्रकार के प्रश्न स्कूलों और प्रतियोगिता परीक्षाओं में हमेशा पूछे जाते हैं. भाववाचक संज्ञा की परिभाषा और उदाहरण, Bhav Vachak Sangya in Hindi हिन्दी व्याकरण में संज्ञा के भेद में दो मान्यताएं हैं. (1) प्राचीन और (2) आधुनिक मान्यताएं. प्राचीन मान्यताओं के आधार पर संज्ञा के पांच भेद माने गए हैं. (1) व्यक्तिवाचक संज्ञा (2) भाववाचक संज्ञा (3) जातिवाचक संज्ञा (4) द्रव्यवाचक संज्ञा (5) समूहवाचक या समुदायवाचक संज्ञा आधुनिक मान्यताओं के अनुसार संज्ञा को तीन भेद माना जाता हैं. (1) व्यक्तिवाचक संज्ञा (2) भाववाचक संज्ञा (3) जातिवाचक संज्ञा भाववाचक संज्ञा की परिभाषा जो शब्द किसी पदार्थ के गुण, अवस्था, दशा, धर्म, दोष, आकार, भाव का बोध करता हैं. उसे भाववाचक संज्ञा कहते हैं. वह संज्ञा जिससे हम सिर्फ अनुभव कर सकते हैं. उन्हें छू नहीं सकते हैं. इनका कोई रूप या आकार नहीं होता हैं. जैसे – प्यास, बुढ़ापा, अन्याय, परायापन. बच्चपन, सुन्दरता, मित्रता, मोटापा, जवानी, थकावट, धर्म, खटास, मिठास, क्रोध, नीचता, मुस्कराहट, मानवता, भूख आदि. Bhav Vachak Sangya Example (भाववाचक संज्ञा के 10 उदाहरण) (1) अयोध्या में भगवान् राम की सुन्दर मंदिर हैं. यहाँ पर सुन्दर शब्द अयोध्या में राम की एक सुन्दर मंदिर होने का बोध करा रहा हैं. इसलिए इस वाक्य में सुन्दर शब्द एक भाववाचक संज्ञा हैं. (2) शिक्षक बहुत गुस्से में हैं. इस वाक्य में शिक्षक को गुस्सा होने का बोध पता चल रहा हैं. इसलिए...

संज्ञा किसे कहते हैं

Table of Contents • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • संज्ञा (Sangya) संज्ञा (Sangya) हिंदी व्याकरण का अति महत्वपूर्ण अध्याय है, क्योंकि हिंदी व्याकरण के लगभग प्रत्येक अध्याय में संज्ञा की भूमिका रहती है। संज्ञा विशेष रूप से एक विकारी शब्द है, जिसका अर्थ नाम होता है। इस संसार की प्रत्येक वस्तु या व्यक्ति का नाम संज्ञा होता है। इस लेख में हम संज्ञा के बारे में विस्तार पूर्वक बता रहे हैं। अतः लेख को ध्यान पूर्वक पढ़ें। संज्ञा के प्रकार संज्ञा किसे कहते हैं (Sangya Kise Kahate Hain) संज्ञा की परिभाषा (Sangya Definition in Hindi): किसी व्यक्ति, वस्तु, प्राणी, गुण, भाव या स्थान के नाम के घोतक शब्द को संज्ञा (Sangya) कहते हैं। संज्ञा (Sangya) का अर्थ नाम होता है, क्योंकि संज्ञा किसी व्यक्ति, वस्तु, प्राणी, गुण, भाव या स्थान के नाम को दर्शाती है। संज्ञा एक विकारी शब्द है। संज्ञा शब्द का उपयोग किसी वस्तु, प्राणी, व्यक्ति, गुण, भाव या स्थान के लिए नहीं किया जाता, बल्कि किसी वस्तु, व्यक्ति, प्राणी, गुण, भाव या स्थान के “नाम” के लिए किया जाता है। जैसे:- मोहन जाता है। इसमें मोहन नामक व्यक्ति संज्ञा नहीं है, बल्कि उस व्यक्ति का नाम “मोहन” संज्ञा है। संज्ञा के उदाहरण (Sangya Ke Udahran) • व्यक्ति का नाम –रमेश, अजय, विराट कोहली, नवदीप, राकेश, शंकर • वस्तु का नाम –कलम, डंडा, चारपाई, कंघा • गुण का नाम –सुन्दरता, ईमानदारी, बेईमानी, चालाकी • भाव का नाम –प्रेम, ग़ुस्सा, आश्चर्य, दया, करूणा, क्रोध • स्थान का नाम –आगरा, दिल्ली, जयपुर संज्ञा शब्द (Sangya Shabd) किसी भी व्यक्ति, वस्तु, प्राणी के नाम को दर्शाने वाले शब्द को संज्ञा शब्द कहते हैं. संज्ञा शब्द के उदाहरण • मोहन • कलम ...

भाववाचक संज्ञा ( परिभाषा, उदाहरण, भेद ) पूरी जानकारी

प्रस्तुत लेख में भाववाचक संज्ञा की परिभाषा, उदाहरण, भेद आदि को विस्तार पूर्वक समझने का प्रयत्न करेंगे। किस प्रकार व्यक्तिवाचक तथा विशेषण आदि शब्दों को भाववाचक के रूप में बदला जाता है, उसे भी समझेंगे और बनाने का प्रयत्न करेंगे। संपूर्ण रूप से यह लेख भाववाचक संज्ञा को समझाने के लिए कारगर है। भाववाचक संज्ञा संज्ञा के प्रमुख तीन भेद है जिसमें भाववाचक संज्ञा अहम है। इसके अंतर्गत अमूर्त रूप के भावों की संकल्पना की जाती है। जैसे – बुढ़ापा , मिठास , खट्टापन , यह सभी भाव को व्यक्त करते हैं। अतः भाववाचक संज्ञा का सर्वोत्तम उदाहरण है। परिभाषा:- जिस संज्ञा शब्द से किसी के गुण-धर्म , दोष ,भाव ,दशा ,स्वभाव ,अवस्था आदि का बोध होता है उन्हें भाववाचक संज्ञा कहा जाता है। जैसे – बचपन , मातृत्व , पितृत्व , आलस्य , ऊंचाई , चतुराई , मिठास आदि। यह सब अमूर्त मानसिक संकल्पनाएं होती है। भाववाचक संज्ञा का उदाहरण • ईमानदारी व्यक्ति का आभूषण है। • उसकी गरीबी हृदय को दुखी करती है। • सैनिकों के हृदय में देशभक्ति कूट-कूट कर भरी होती है। • व्यक्ति का बुढ़ापा उसे लाचार बना देता है। • सावन में चारों ओर हरियाली छा जाती है। • आज गुड़ की मिठास कुछ कम है। • मां के मातृत्व की तुलना किसी और से नहीं की जा सकती। • देश के नागरिकों में राष्ट्रीयता का भाव होना ही चाहिए। • किसी से भी मित्रता करो तो उसे निभाओ भी। • किसी का अहित करने में मनुष्यता का भाव खत्म हो जाता है। जातिवाचक से भाववाचक मैं कैसे बदला जाता है जातिवाचक भाववाचक बच्चा बचपन माता मातृत्व मित्र मित्रता पंडित पांडित्य राष्ट्र राष्ट्रीय बूढ़ा बुढ़ापा विशेषण से भाववाचक संज्ञा में कैसे बदलें विशेषण भाववाचक चालाक चालाकी ऊँचा ऊंचाई मीठा मिठास चतुर चतुराई सरल सरलता क...

सर्व का भाववाचक संज्ञा क्या है?

Explanation : चोर का पर्यायवाची शब्द 'खनक' है। चोर शब्द के अन्य पर्यायवाची हैं-रजनीचर, मोषक, कुम्भिल, तस्कर, जेबकतरा, ठग, दस्युए गिरहकट, उठाइगीर, कजाक, चोट्टा, उचक्का, निशाचर आदि। अन्य विकल्पों में, उदक पानी, नीर, जल, अम्बु, सलिल, पय धूसर गदहा • उत्तराधिकार में प्राप्त संपत्ति के लिए एक शब्द क्या होगा?

संज्ञा और उसके भेद

इस लेख या भाग में अधिक जानकारी के लिए (मार्च 2020) संज्ञा के बारे में बहुत सारी जानकारी छात्रों के लिए- किसी जाति, द्रव्य, गुण, भाव, व्यक्ति, स्थान और क्रिया आदि के नाम को संज्ञा कहते हैं। जैसे - पशु (जाति), सुन्दरता (गुण), व्यथा (भाव), मोहन (व्यक्ति), दिल्ली (स्थान), मारना (क्रिया)। यह पाँच प्रकार की होती है -- 1. व्यक्तिवाचक संज्ञा। 2. जातिवाचक संज्ञा। 3. समूहवाचक संज्ञा। 4. द्रव्यवाचक संज्ञा। 5. भाववाचक संज्ञा। भाववाचक संज्ञा: जिस संज्ञा शब्द से पदार्थों की अवस्था, गुण-दोष, भाव या दशा, धर्म आदि का बोध हो उसे भाववाचक संज्ञा कहते हैं। यथा- बुढ़ापा, मिठास, बचपन, मोटापा, चढ़ाई, थकावट इत्यादि। अनुक्रम • 1 समूहवाचक संज्ञा • 2 द्रव्यवाचक संज्ञा • 3 जातिवाचक संज्ञा • 4 व्यक्तिवाचक संज्ञा • 5 भाववाचक संज्ञा समूहवाचक संज्ञा जब किसी संज्ञा शब्द से व्यक्ति या वस्तु के समूह का बोध होता है तब उसे समूहवाचक संज्ञा कहते हैं। यथा- परिवार, कक्षा, सेना, भीड़, पुलिस आदि। द्रव्यवाचक संज्ञा जब किसी संज्ञा शब्द से किसी द्रव्य का बोध हो तो उसे द्रव्यवाचक संज्ञा कहते हैं। यथा- पानी, लोहा, तेल, घी, दाल, इत्यादि। जातिवाचक संज्ञा जिस शब्द से किसी प्राणी या वस्तु की समस्त जाति का बोध होता है,उन शब्दों को जातिवाचक संज्ञा कहते हैं। यथा- घोड़ा, फूल, मनुष्य,वृक्ष आदि व्यक्तिवाचक संज्ञा जिन शब्दों से किसी विशेष व्यक्ति, स्थान अथवा वस्तु के नाम का बोध हो, उसे व्यक्तिवाचक संज्ञा कहते हैं। यथा- जयपुर, दिल्ली, भारत, रामायण, अमेरिका, राम, श्याम, अफ्रीका इत्यादि। भाववाचक संज्ञा भाववाचक संज्ञाजिस संज्ञा शब्द से किसी गुण , दोष , भाव , अथवा दशा , का बोध होता हा , उसे भाववाचक संज्ञा कहते है , जैसे की - बचपन , जवान...

भाववाचक संज्ञा ( परिभाषा, उदाहरण, भेद ) पूरी जानकारी

प्रस्तुत लेख में भाववाचक संज्ञा की परिभाषा, उदाहरण, भेद आदि को विस्तार पूर्वक समझने का प्रयत्न करेंगे। किस प्रकार व्यक्तिवाचक तथा विशेषण आदि शब्दों को भाववाचक के रूप में बदला जाता है, उसे भी समझेंगे और बनाने का प्रयत्न करेंगे। संपूर्ण रूप से यह लेख भाववाचक संज्ञा को समझाने के लिए कारगर है। भाववाचक संज्ञा संज्ञा के प्रमुख तीन भेद है जिसमें भाववाचक संज्ञा अहम है। इसके अंतर्गत अमूर्त रूप के भावों की संकल्पना की जाती है। जैसे – बुढ़ापा , मिठास , खट्टापन , यह सभी भाव को व्यक्त करते हैं। अतः भाववाचक संज्ञा का सर्वोत्तम उदाहरण है। परिभाषा:- जिस संज्ञा शब्द से किसी के गुण-धर्म , दोष ,भाव ,दशा ,स्वभाव ,अवस्था आदि का बोध होता है उन्हें भाववाचक संज्ञा कहा जाता है। जैसे – बचपन , मातृत्व , पितृत्व , आलस्य , ऊंचाई , चतुराई , मिठास आदि। यह सब अमूर्त मानसिक संकल्पनाएं होती है। भाववाचक संज्ञा का उदाहरण • ईमानदारी व्यक्ति का आभूषण है। • उसकी गरीबी हृदय को दुखी करती है। • सैनिकों के हृदय में देशभक्ति कूट-कूट कर भरी होती है। • व्यक्ति का बुढ़ापा उसे लाचार बना देता है। • सावन में चारों ओर हरियाली छा जाती है। • आज गुड़ की मिठास कुछ कम है। • मां के मातृत्व की तुलना किसी और से नहीं की जा सकती। • देश के नागरिकों में राष्ट्रीयता का भाव होना ही चाहिए। • किसी से भी मित्रता करो तो उसे निभाओ भी। • किसी का अहित करने में मनुष्यता का भाव खत्म हो जाता है। जातिवाचक से भाववाचक मैं कैसे बदला जाता है जातिवाचक भाववाचक बच्चा बचपन माता मातृत्व मित्र मित्रता पंडित पांडित्य राष्ट्र राष्ट्रीय बूढ़ा बुढ़ापा विशेषण से भाववाचक संज्ञा में कैसे बदलें विशेषण भाववाचक चालाक चालाकी ऊँचा ऊंचाई मीठा मिठास चतुर चतुराई सरल सरलता क...

भाववाचक संज्ञा की परिभाषा और उदाहरण, Bhav Vachak Sangya in Hindi

Bhav Vachak Sangya in Hindi – यहाँ पर आपको Bhav Vachak Sangya से संबंधित सभी जानकारी उपलब्ध कराई गई हैं. जैसे – Bhav Vachak Sangya ki Paribhasha, इसके उदाहरण आदि. भाववाचक संज्ञा को उनके पहचान के साथ जानकारी दी गई हैं. भाववाचक संज्ञा से अनेको प्रकार के प्रश्न स्कूलों और प्रतियोगिता परीक्षाओं में हमेशा पूछे जाते हैं. भाववाचक संज्ञा की परिभाषा और उदाहरण, Bhav Vachak Sangya in Hindi हिन्दी व्याकरण में संज्ञा के भेद में दो मान्यताएं हैं. (1) प्राचीन और (2) आधुनिक मान्यताएं. प्राचीन मान्यताओं के आधार पर संज्ञा के पांच भेद माने गए हैं. (1) व्यक्तिवाचक संज्ञा (2) भाववाचक संज्ञा (3) जातिवाचक संज्ञा (4) द्रव्यवाचक संज्ञा (5) समूहवाचक या समुदायवाचक संज्ञा आधुनिक मान्यताओं के अनुसार संज्ञा को तीन भेद माना जाता हैं. (1) व्यक्तिवाचक संज्ञा (2) भाववाचक संज्ञा (3) जातिवाचक संज्ञा भाववाचक संज्ञा की परिभाषा जो शब्द किसी पदार्थ के गुण, अवस्था, दशा, धर्म, दोष, आकार, भाव का बोध करता हैं. उसे भाववाचक संज्ञा कहते हैं. वह संज्ञा जिससे हम सिर्फ अनुभव कर सकते हैं. उन्हें छू नहीं सकते हैं. इनका कोई रूप या आकार नहीं होता हैं. जैसे – प्यास, बुढ़ापा, अन्याय, परायापन. बच्चपन, सुन्दरता, मित्रता, मोटापा, जवानी, थकावट, धर्म, खटास, मिठास, क्रोध, नीचता, मुस्कराहट, मानवता, भूख आदि. Bhav Vachak Sangya Example (भाववाचक संज्ञा के 10 उदाहरण) (1) अयोध्या में भगवान् राम की सुन्दर मंदिर हैं. यहाँ पर सुन्दर शब्द अयोध्या में राम की एक सुन्दर मंदिर होने का बोध करा रहा हैं. इसलिए इस वाक्य में सुन्दर शब्द एक भाववाचक संज्ञा हैं. (2) शिक्षक बहुत गुस्से में हैं. इस वाक्य में शिक्षक को गुस्सा होने का बोध पता चल रहा हैं. इसलिए...

संज्ञा किसे कहते हैं

Table of Contents • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • संज्ञा (Sangya) संज्ञा (Sangya) हिंदी व्याकरण का अति महत्वपूर्ण अध्याय है, क्योंकि हिंदी व्याकरण के लगभग प्रत्येक अध्याय में संज्ञा की भूमिका रहती है। संज्ञा विशेष रूप से एक विकारी शब्द है, जिसका अर्थ नाम होता है। इस संसार की प्रत्येक वस्तु या व्यक्ति का नाम संज्ञा होता है। इस लेख में हम संज्ञा के बारे में विस्तार पूर्वक बता रहे हैं। अतः लेख को ध्यान पूर्वक पढ़ें। संज्ञा के प्रकार संज्ञा किसे कहते हैं (Sangya Kise Kahate Hain) संज्ञा की परिभाषा (Sangya Definition in Hindi): किसी व्यक्ति, वस्तु, प्राणी, गुण, भाव या स्थान के नाम के घोतक शब्द को संज्ञा (Sangya) कहते हैं। संज्ञा (Sangya) का अर्थ नाम होता है, क्योंकि संज्ञा किसी व्यक्ति, वस्तु, प्राणी, गुण, भाव या स्थान के नाम को दर्शाती है। संज्ञा एक विकारी शब्द है। संज्ञा शब्द का उपयोग किसी वस्तु, प्राणी, व्यक्ति, गुण, भाव या स्थान के लिए नहीं किया जाता, बल्कि किसी वस्तु, व्यक्ति, प्राणी, गुण, भाव या स्थान के “नाम” के लिए किया जाता है। जैसे:- मोहन जाता है। इसमें मोहन नामक व्यक्ति संज्ञा नहीं है, बल्कि उस व्यक्ति का नाम “मोहन” संज्ञा है। संज्ञा के उदाहरण (Sangya Ke Udahran) • व्यक्ति का नाम –रमेश, अजय, विराट कोहली, नवदीप, राकेश, शंकर • वस्तु का नाम –कलम, डंडा, चारपाई, कंघा • गुण का नाम –सुन्दरता, ईमानदारी, बेईमानी, चालाकी • भाव का नाम –प्रेम, ग़ुस्सा, आश्चर्य, दया, करूणा, क्रोध • स्थान का नाम –आगरा, दिल्ली, जयपुर संज्ञा शब्द (Sangya Shabd) किसी भी व्यक्ति, वस्तु, प्राणी के नाम को दर्शाने वाले शब्द को संज्ञा शब्द कहते हैं. संज्ञा शब्द के उदाहरण • मोहन • कलम ...

बचपन कौन सी संज्ञा है? bachpan shabd mein kaun si Sangya hai?

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