चीन की जनसंख्या कितनी है 2023

  1. India VS China World Population Country 2023 : उपलब्धि कहें या दुर्भाग्य ? भारत ने पड़ोसी देश चीन को आबादी में पछाड़ दिया अब दोनों देशों की इतनी हुई जनसंख्या, यूएन ने जारी किए आंकड़े
  2. चीन की जनसंख्या कितनी है 2023 में
  3. US China Tensions US Bipartisan Bill American Senate Panel Revokes China Developing Country Status
  4. चीन की जनसंख्या कितनी है। 2023 में जाने सही जवाब।
  5. As China Population Drops, India Set To Become Most Populous In 2023
  6. China Population Dropped Decline Know Latest Update


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India VS China World Population Country 2023 : उपलब्धि कहें या दुर्भाग्य ? भारत ने पड़ोसी देश चीन को आबादी में पछाड़ दिया अब दोनों देशों की इतनी हुई जनसंख्या, यूएन ने जारी किए आंकड़े

आज हमारा देश भारत पूरे दुनिया में पहले नंबर पर आ गया है। यानी हमने अपने पड़ोसी चीन को अब पछाड़ दिया है। करीब 73 साल बाद भारत ने आबादी के मामले में चीन देश को पीछे कर दिया है। यानी अब भारत पूरे दुनिया में सबसे “आबादी” वाला देश बन गया है। भारत की इस उपलब्धि पर अब देशवासियों को तय करना होगा कि यह खबर खुशियां बढ़ाने वाली है या चिंता बढ़ाने वाली? लेकिन किसी भी देश की बढ़ती आबादी मौजूदा समय में एक विकसित राष्ट्र के लिए अच्छी नहीं कही जा सकती है। बस हम इस बात के लिए खुश हो सकते हैं कि पड़ोसी चीन से आगे निकल गए हैं। अब आइए जानते हैं दोनों देशों की कितनी जनसंख्या हो गई है। अब भारत की आबादी 142.86 करोड़ हो गई है। वहीं, 142.57 करोड़ के साथ चीन दूसरे नंबर पर है। बुधवार, 19 अप्रैल यानी आज यूनाइटेड नेशंस पॉपुलेशन फंड की रिपोर्ट में सामने आया है कि भारत में अब चीन के मुकाबले करीब 29 लाख ज्यादा लोग हैं। यह पहली बार है कि भारत की जनसंख्या 1950 के बाद से चीन से आगे निकल गई है। संयुक्त राष्ट्र ने पिछले साल यह अनुमान लगाया था कि अगले साल तक भारत सबसे ज्यादा आबादी के मामले में चीन को पीछे छोड़ देगा। यूएनएफपीए इंडिया के प्रतिनिधि और भूटान के कंट्री डायरेक्टर एंड्रिया वोजनार ने रिपोर्ट पर बयान देते हुए कहा हम यूएनएफपीए में भारत के 1.4 अरब लोगों को 1.4 अरब अवसरों के रूप में देखते हैं। यह बेहद अच्छा है। यूएनएफपीए की एक्ज़ीक्यूटिव डायरेक्टर नतालिया कानेम ने कहा कि आबादी को लेकर हम गलत सवाल पूछते हैं जैसे दुनिया में आबादी बढ़ रही है? दुनिया में आबादी घट रही है? सवाल यह नहीं होने चाहिए, बल्कि सवाल यह होना चाहिए कि क्या दुनिया में रहने वाले लोगों के अधिकार उनको मिल पा रहे हैं। यूएन की रिपोर्ट के अनुसार,...

चीन की जनसंख्या कितनी है 2023 में

आज आप इस आर्टिकल में जानेंगे कि China Ki Jansankhya Kitni Hai 2023 में? चीन एक विशाल देश है। चीन का कुल क्षेत्रफल 9388211 वर्ग किलोमीटर है।अगर जनसंख्या की बात करे तो दुनिया में चीन पहले नंबर में सबसे अधिक जनसंख्या वाला देश है।भारत की जनसंख्या की गणना हर 10 साल में होती है। साल2011 में हुए जनगणना के अनुसार भारत की कुल जनसंख्या लगभग 121 करोड़ से भी ज्यादा थी। चीन में साल 2020 में हुए जनगणना के सरकारी रिपोर्ट के आने के बाद पता चला है की पिछले दशक में जनसँख्या वृद्धि दर बहुत ही धीमी रही है। 2010-2020 के दशक के दौरान औसत वृद्धि दर 0.53% रही। जो पिछले इसके पिछले दशक (2000-2010) के दौरान 0.57% थी। संयुक्त राष्ट्र की द वर्ल्ड पापुलेशन प्रॉस्पेक्टस रिपोर्ट 2019 के मुताबिक भारत साल 2027 तक जनसँख्या के मामले में चीन को पीछे छोड़ देगा। चीन के विशेषज्ञ इस जनसंख्या कमी का कारण “वन चाइल्ड पॉलिसी” को दे रहे है, यह पालिसी वर्ष 1979 में लागु किया गया था। अपनी बढ़ती बूढी आबादी को देख चीन ने अंततः वन चाइल्ड पॉलिसी को साल 2016 में ख़त्म कर Two child Policy कोलागु किया। और अब चीन ने जून 2021 में three child policy को भी मंजूरी दे दी। आइए जानते हैं कि China Ki Jansankhya Kitni Hai 2023 में? • चीन की जनसंख्या कितनी है 2023में • • • • वर्तमान समय में Worldometer के अनुसार चीन की जनसंख्या लगभग 145 करोड़ है। चीन जनसँख्या की द्रिष्टी से विश्व में प्रथम स्थान पर है। इसके बाद भारत (138 करोड़) की आबादी आती है। चीन की ये पॉपुलेशन दुनिया की जनसँख्या का 18.47 प्रतिशत है। चीन का कुल क्षेत्रफल 9388211 वर्ग किलोमीटर है।चीन की कुल आबादी का करीब 60.8 प्रतिशत लोग शहरों में निवास करते है। चीन की जनसँख्या घनत्व की...

US China Tensions US Bipartisan Bill American Senate Panel Revokes China Developing Country Status

China Developing Country Status: दुनिया की दो सबसे बड़ी अर्थव्यवस्थाओं वाले देश अमेरिका (US) और चीन (China) में आपसी तनाव बढ़ता ही जा रहा है. अमेरिकी संसद (US Senate) ने चीन को आज आर्थिक रूप से तगड़ा झटका तब दिया, जब एक नए कानून को मंजूरी दी. उस कानून के मुताबिक, चीन से विकासशील देश (डेवलपिंग कंट्री) का दर्जा छिन जाएगा. अमेरिका के इस कदम का चीन की अर्थव्यवस्था पर बुरा असर पड़ेगा. वर्ल्ड बैंक और दूसरे फाइनेंशियल इंस्टीट्यूशंस से उसे अब आसानी से और कम ब्याज पर लोन नहीं मिल सकेगा. अभी तक चीन विकासशील देश (डेवलपिंग कंट्री) के दर्जे की वजह से खुद तो आसान और सस्ता कर्ज लेता था, लेकिन गरीब देशों को कठोर शर्तों पर लोन देकर अपने जाल में फंसा लेता था. • अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन और चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग. खुद सस्ता लोन लेकर गरीब देशों को जाल में फंसाया BBC की रिपोर्ट के मुताबिक, चीन ने श्रीलंका, पाकिस्तान समेत कई एशियाई और अफ्रीकी देशों को कर्ज के जाल में फंसाया. इससे अलावा चीन ने अपने यहां BBC को भी बैन कर दिया. अमेरिकी अखबार द न्यूयॉर्क टाइक्स ने बताया कि इसी साल मार्च के महीने में पहली बार अमेरिकी संसद के निचले सदन हाउस ऑफ रिप्रेजेंटेटिव्स (जैसे भारत में लोकसभा होती है) में एक बिल लाया गया था. उस बिल की खास बात यह थी कि उसका मकसद सिर्फ चीन पर लगाम कसना था. अब उस बिल को अमेरिकी संसद ने मंजूरी दे दी है. इस दौरान कई अमेरिकी सांसदों ने कहा कि चीन ने डेवलपिंग कंट्री स्टेट्स का नाजायज फायदा उठाया है, इसलिए अब उसे ये स्टेट्स नहीं दिया जाएगा. ड्रैगन अब दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी इकोनॉमी बता दें कि अमेरिका 26.854 ट्रिलियन डॉलर के साथ दुनिया की सबसे बड़ी इकॉनमी है. वहीं, चीन 19.374...

चीन की जनसंख्या कितनी है। 2023 में जाने सही जवाब।

क्या आप जानते है, चीन की जनसंख्या कितनी है, यदि नही तो बने रहिये हमारे इस लेख के साथ क्योकि आज के इस लेख में हम चीन की जनसंख्या कितनी है china ki jansankhya kitni hai इसके बारे में जानकारी देने वाले है। तथा इसी के साथ में चाइना के बारे में कुछ रोचक जानकारी भी हम इस लेख में शेयर करेंगे, इसलिए यदि आप भी चीन की आबादी कितनी है, यह जानना चाहते है, तो इस लेख को अंत तक जरुर पढ़े। इनके बारे में भी पढ़े- • • • • • 2010-2020 के दशक के दौरान औसत वृद्धि दर 0.53% रही। जो पिछले इसके पिछले दशक (2000-2010) के दौरान 0.57% थी। संयुक्त राष्ट्र की द वर्ल्ड पापुलेशन प्रॉस्पेक्टस रिपोर्ट 2019 के मुताबिक भारत साल 2027 तक जनसँख्या के मामले में चीन को पीछे छोड़ देगा। इसके भी कई कारण है, क्योकि चीन में कुछ विशेषज्ञ एक पॉलिसी दे रहे है, जिसका नाम “वन चाइल्ड पॉलिसी” है, दरअसल इस पॉलिसी को साल 1979 में लागू किया गया था, लेकिन इसके बाद चीन की जनसँख्या काफी हद तक कम हो गयी है, जिसके कारण जन्मदर कम होने लगा, और मृत्यु दर ज्यादा होने लगी। इसके बाद चीन की सरकार ने साल 2016 में वन चाइल्ड पॉलिसी को ख़त्म करके Two child Policy को लागु किया। और अब चीन ने जून 2021 में three child policy को भी मंजूरी दे दी। आइए जानते हैं कि 2023 में China Ki Jansankhya Kitni Hai। 1.2.1 आखिरी शब्द- आज हमने क्या सिखा- चीन की जनसंख्या कितनी है? china ki jansankhya kitni hai? ऐसे देखा जाए तो, चीन का कुल क्षेत्रफल 9388211 वर्ग किलोमीटर है, और worldmeter के अनुसार चीन की जनसंख्या लगभग 147 करोड़ है, जो की आज के समय में हर एक देश की तुलना में सबसे ज्यादा है, यदि भारत की बात करे, तो भारत की भी जनसँख्या बढ़कर 138 करोड़ तक पहुच गयी है। आपको जा...

As China Population Drops, India Set To Become Most Populous In 2023

2023 में सबसे ज्यादा आबादी वाला देश बन जाएगा भारत, चीन की जनसंख्या में आई भारी गिरावट चीन की सरकार ने बताया था कि उनके यहां 8 दिसंबर 2022 से लेकर 12 जनवरी 2023 तक करीब 60 लोगों की कोरोना के कारण मौत हुई है. इससे पहले चीन में निगेटिव जनसंख्या दर 1960 के दशक की शुरुआत में दर्ज की गई थी. यानी पिछले 6 दशक में पहली बार चीन में जन्म लेने वालों से ज्यादा लोगों की मौत हुई है. नई दिल्ली: दुनिया की सबसे ज्यादा आबादी वाले देश चीन जनसंख्या में कमी का सामना कर रहा है. पिछले 6 दशकों में पहली बार चीन की जनसंख्या में भारी गिरावट दर्ज की गई है. ऐसे में भारत इस साल चीन को पीछे छोड़ते हुए विश्व में सबसे अधिक जनसंख्या वाला देश बन जाएगा. भारत की आबादी 2023 के अप्रैल महीने में 143 करोड़ तक पहुंच आएगी. इसी के साथ जनसंख्‍या (Population) के मामले में चीन भारत से पिछड़ जाएगा. भारत की जनसंख्या वृद्धि दर बड़े देशों के मुकाबले काफी ज्यादा है. बीते साल (2022 में) दुनियाभर में 13 करोड़ बच्चे पैदा हुए, जिनमें से करीब 2.50 करोड़ बच्चे अकेले भारत में पैदा हुए. चीन में यह आंकड़ा महज 'लाखों' में रहा. जीरो कोविड पॉलिसी को छोड़ना पड़ा महंगा दिसंबर की शुरुआत में जीरो कोविड पॉलिसी को अचानक छोड़ने के बाद चीन को कोरोना से संबंधित मौतों में वृद्धि का सामना करना पड़ा. इस साल भी चीन में कोविड सेमौतें होने की आशंका है, क्योंकि कोरोना का नया वेरिएंट पूरे देश में फैल रहा है. यह प्रकोप इस वर्ष कोविड से मौतों की संख्या को और बढ़ा सकता है. चीन ने दिए थे ये आंकड़े हाल ही में चीन की सरकार ने बताया था कि उनके यहां 8 दिसंबर 2022 से लेकर 12 जनवरी 2023 तक करीब 60 लोगों की कोरोना के कारण मौत हुई है. इससे पहले चीन में निगेटिव जनसं...

China Population Dropped Decline Know Latest Update

China Population: दुनिया के सबसे अधिक आबादी वाले देश चीन की आबादी छह दशकों में पहली बार घटने लगी है. इस बात की घोषणा खुद चीन ने की है. बीजिंग के नेशनल ब्यूरो ऑफ स्टैटिस्टिक्स के अनुसार देश में पिछले वर्ष की तुलना में 2022 के अंत में 850,000 कम लोग थे. रिपोर्ट की माने तोचीन की कुल आबादी 850,000 से घटकर 2022 में 1.4118 बिलियन हो गई, जो एक साल पहले 1.4126 बिलियन थी. रिपोर्ट में कहा गया है कि 2022 में लगभग 9.56 मिलियन बच्चों का जन्म हुआ, जो एक साल पहले 10.62 मिलियन से कम था. वहीं कुल 10.41 मिलियन लोगों की मृत्यु हुई जो कि हाल के वर्षों में दर्ज लगभग 10 मिलियन से मामूली अधिक है. बता दें कि 2022 में चीन की आबादी 1961 में बड़े अकाल के बाद पहली बार कम हुई है. 2021 की बात करें तो उस साल चीन में 10.6 मिलियन बच्चे हुए थे, जो कि 2020 की तुलना में पहले ही 11.5 प्रतिशत कम थे. लेकिन साल 2022 में बच्चों के जन्मदर में भी गिरावट देखने को मिला . कोरोना की मार झेल रहा चीन चीन की वन चाइल्ड पॉलिसी का भी पड़ा असर चीन ने 1980 में वन चाइल्ड पॉलिसी को लॉन्च किया था. इस योजना के कारण चीन की आबादी में भारी कमी देखने को मिली. वहीं हाल के वर्षों में चीन ने महिलाओं को अधिकतम तीन बच्चे पैदा करने की अनुमति दी. हालांकि, औसत जन्म दर अभी भी 1.2 ही है. भारत निकल जाएगा चीन से आगे गौरतलब है की पहले से ही कयास लगाए जा रहे थे कि भारत अप्रैल के मध्य में चीन से आबादी के मामलों में आगे निकल जाएगा. साथ ही दुनिया का सबसे ज़्यादा आबादी वाला देश बन जाएगा. चीन और भारत की मौजूदा आबादी क़रीब एक अरब 40 करोड़ से ज़्यादा है और क़रीब 70 वर्षों तक दुनिया की एक तिहाई आबादी इन्हीं दोनों देशों में रही है. ये भी पढ़ें: Published at :...