केक्ति फूल

  1. केले के फूल के फायदे, उपयोग और नुकसान
  2. भारत का राष्ट्रीय फूल (पुष्प ) कमल के बारे में जानकारी
  3. 209+ Flowers name in Hindi
  4. फूल
  5. पनीर का फूल के फायदे, उपयोग और नुकसान
  6. Lotus in Hindi
  7. फूलों पर अनमोल वचन
  8. पुष्प


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केले के फूल के फायदे, उपयोग और नुकसान

केले खाने के फायदे के बारे में लोगों ने खूब सुना है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि केले के फूल के लाभ भी कई हैं। जी हां, केले के फूल का सेवन करके कई तरह की शारीरिक समस्याओं से राहत मिल सकती है। केले के फूल को अक्सर बनाना ब्लॉसम और बनाना हार्ट भी कहा जाता है। यह दिखने में जितना आकर्षक होता है, खाने में उतना ही स्वादिष्ट और लाभकारी होता है। केले के फूल के औषधीय गुण को देखते हुए स्टाइलक्रेज के इस लेख में हम इसके बारे में विस्तार से बता रहे हैं। यहां सबसे पहले केले के फूल के गुण के बारे में हम बात करेंगे। उसके बाद केले के फूल खाने के फायदे बताएंगे। विषय सूची • • • • • • केले के फूल के औषधीय गुण केले का ब्लॉसम व फूल को उसके गुणों के कारण सुपर फूड भी माना जाता है। इसमें उच्च मात्रा में पोषक तत्व होते हैं। बताया जाता है कि इसमें फाइबर, प्रोटीन, विटामिन-ए, सी, ई, फास्फोरस, पोटेशियम, कैल्शियम, आयरन, मैग्नीशियम और एंटीऑक्सीडेंट होते हैं। इनकी वजह से इसे चिकित्सकीय रूप से बेहतर माना जाता है। इसके औषधीय गुणों के कारण यह रक्तस्राव कम करने, स्तन में दूध का उत्पादन बढ़ाने और मधुमेह पर काबू पाने में सहायक हो सकता है ( पढ़ते रहें केले के फूल के औषधीय गुण के बाद केले के फूल के फायदे के बारे में बता रहे हैं। केले के फूल के फायदे – Benefits of Banana Flower in Hindi केले के फूल खाने के फायदे के बारे में हम विस्तार से नीचे बता रहे हैं। बस ध्यान दें कि इन फायदों के आधार पर डॉक्टरी सलाह व इलाज को दरकिनार नहीं किया जा सकता है। हम केले के फूल के गुण के बारे में वैज्ञानिक रिसर्च के आधार पर स्वस्थ रहने के लिए दे रहे हैं। 9. ब्रेस्टफीडिंग के लिए केले के फूल के फायदे स्तनपान कराने वाली माताओं के लिए भी य...

भारत का राष्ट्रीय फूल (पुष्प ) कमल के बारे में जानकारी

भारत का राष्ट्रीय पुष्प कमल के बारे में जानकारी (National flower of India In Hindi) भारत का राष्ट्रीय फूल कमल है। किसी भी देश का राष्ट्रीय फूल उसकी संस्कृति से जुड़ा होता है। भारत का राष्ट्रीय फूल कमल आदि समय से ही भारत की संस्कृति का अभिन्न अंग रहा है। वेदों में भी कमल का फूल अर्थात पदम का गुणगान किया गया है। कमल के फूल का गुणगान हमारे पौराणिक कथाओं में भी किया गया है। कमल का फूल कीचड़ में जन्म लेने के बावजूद भी कीचड़ इसे दूषित नहीं कर सकता। कमल का फूल किसका प्रतीक है भारत का राष्ट्रीय फूल कमल के फूल को अति पावन माना गया है जो पौराणिक समय से ही भारत में पाया जाता है। इसका बहुगुणीय औषधि के रूप में भी उपयोग होता है। कमल का फूल आध्यात्मिकता, ज्ञान और पवित्रता का प्रतीक के रूप में भी जाना जाता है। कमल को राष्ट्रीय पुष्प कब घोषित किया गया– why lotus is our national flower 1857 के स्वतंत्रता संग्राम में प्रतीक चिन्हों में भी रोटी और खिलता हुआ कमल’ को शामिल किया गया था। यही कारण है की कमल को भारत का राष्ट्रीय फूल के रूप में अपनाया गया। लेकिन कमल को राष्ट्रीय पुष्प कब घोषित किया गया इसका कोई इसका कोई अधिकारीक रिकार्ड उपलब्ध नहीं है। इस कारण यह प्रश्न अभी निरुत्तर है। बच्चों अगर भारत के राष्ट्रीय फूल कमल पर निबंध के वारें में विशेष जानकारी चाहते है तो यह लेख आपको जरूर पढ़ना चाहिए। भारतीय पासपोर्ट पर कमल के फूल को लेकर बिवाद – controversy on National flower of India बचपन से ही हम पढ़ते और सुनते आए हैं की कमल भारत का राष्ट्रीय फूल है। लेकिन भारत की राष्ट्रीय पहचान के प्रतीक यहाँ का राष्ट्रीय फूल कमल उस वक्त विवादों के घेरे में आया। जब भारतीय पासपोर्ट पर कमल के निशान होने पर कई राजनीत...

209+ Flowers name in Hindi

Flowers name in Hindi : दोस्तों दुनिया में ऐसे कई सारे फूल हैं। जिनके नाम और उनका फोटो अधिकतर लोगो को पता नहीं होता है या इसके अलावा अगर आप अपने primary section में पढ़ रहे बच्चों को फूलों से सम्बंधित ज्ञान हिंदी और अंग्रेजी दोनों में देना चाहते हैं, तो निश्चित रूप से इस लेख को पूरा पढ़ें। और अगर आपको यह लेख पसंद आया हो तो इसे शेयर जरूर करें। ताकि यह दूसरों की मदद कर सके तो चलिए शुरू करते हैं। इस पोस्ट में आप जानेंगे फूलों के नाम, Flowers name in hindi and english, All flower names List, Phoolon ke naam, Beautiful flowers images, Types of flowers, Flowers name in english. हमारे देश में फूलों के कई प्रकार पाए जाते हैं । बगीचे में या घर के आसपास में लगे हुए पेड़ पौधों पर लगे हुए फूल बहुत सुंदर दिखते हैं | इन फूलों को देखकर हर किसी का मन आकर्षित हो जाता हैं। फूल सभी को पसंद होते हैं इसके पीछे कारण हैं इसकी खूबसूरती और सुगंध। समकालिक फूल जैसे गुलाब, कमल, ग्लैडियोलस, रजनीगंधा ,कार्नेशन, कनेर, गेंदा,चमेली आदि के बढ़ते उत्पादन के कारण गुलदस्ते और उपहारों के स्वरूप देने में इनका उपयोग में होता है। फूलो का इस्तेमाल वर्षो से औषधि के रूप में किया जाता रहा हैं। Page Contents • • • • • • • • • • • • • • • • • • हिंदी में फूलों के नाम Flowers name in hindi – 1 गुलाब Rose 2 कमल Lotus 3 गेंदा Yellow Marigold 4 रजनीगंधा Mexican Tuberose 5 चमेली Jasmine 6 कनेर Oleander 7 सूरजमुखी Sunflower 8 चेरी का फूल Cherry Blossom 9 गुलबहार Daisy 10 लिली Lily 11 मॉर्निंग ग्लोरी Morning Glory 12 स्नोड्राप Snow Drop 13 क्रोकस Crocus 14 कैलेंडुला Calendula Flower 15 पेटूनिया Petuniya 16 गुलदाउदी का फूल Chry...

फूल

अनुक्रमणिका • १ हिन्दी • १.१ संज्ञा • १.१.१ अनुवाद • १.२ प्रकाशितकोशों से अर्थ • १.२.१ शब्दसागर फूल पु. पुष्प संज्ञा अनुवाद • • • • • • पू) • प्रकाशितकोशों से अर्थ शब्दसागर फूल ^१ संज्ञा पुं॰ [सं॰फुल्ल] १. गर्भाधानवाले पौधों में वह ग्रंथि जिसमें फल उत्पन्न करने की शक्ति होती है और जिसे उदिभदों की जननेद्रिय कह सकते हैं । पुष्प । कुसुम । सुमन । विशेष— बड़े फूलों के पाँच भाग होते है । —कटोरी, हरा पुट, दल (पंखड़ी) गर्भकेसर ओर परागकेसर । नाल का वह चौड़ा छोर, जिसपर फूल का सारा ढाँचा रहता है, कटोरी कहलाता है । इसी के चारों ओर जो हरी पत्तियों सी हीती हैं उनके पुट के भीतर कली की दशा में फूल बंद रहता है । ये आवरणपत्र भिन्न भिन्न पौधों में भिन्न भिन्न आकार प्रकार के होते है । घुंड़ी के आकार का जो मध्य भाग होता है उसके चारों ओर रंग विरंग के दल निकले होते हैं जिन्हें पंख़डी कहते है । फूलों की शोभा बहुत कुछ इन्ही रँगीली पंखड़ियों के कारण होती है । पर यह ध्यान रखना चाहिए कि फूल में प्रधान वस्तु बीच की घुंड़ी ही है । जिसपर पराग- केसर और गर्भकेसर होते है । क्षुद कोटि के पोधों में पुट, पंखड़ी आदि कुछ भी नहीं होती, केवल खुली घुंड़ी होती है । वनस्पति शास्त्र की द्दष्टि से तो घुंड़ी ही वास्तव में फूल है और बाकी तो उसकी रक्षा या शोभा के लिये है । दोनों प्रकार के केसर पतले सूत्र के आकार के होते हैं । परागकेसर के सिरे पर एक छोटी टिकिया सी हीती है जिसमें पराग या घुल रहती है । यह परागकेसर पुं॰ जननेंद्रिय है । गर्भकेसर बिलकुल बीच में होते है जिनका निचला भाग या आधार कोश के आकार का होता है । जिसकै भीतर गर्भांड़ बंद रहते हैं और ऊपर का छोर या मुँह कुछ चौढ़ा सा होता है । जब परागकेसर का पराग झड़कर गर्भकेस...

पनीर का फूल के फायदे, उपयोग और नुकसान

पनीर और इससे तैयार होने वाले व्यंजन लगभग सभी लोग चाव से खाते हैं, लेकिन क्या आपने कभी पनीर के फूल के बारे में सुना है। संभव है कि आपने पहले कभी इसका जिक्र नहीं सुना होगा। चिकित्सा जगत में इसके औषधीय गुणों के कारण पनीर के फूल को कई रोगों से बचाव के लिए उपयोगी माना जाता है। स्टाइलक्रेज के इस लेख में पनीर का फूल क्या है, इसके बारे में जानेंगे। साथ ही यहां हम पनीर के फूल के फायदे और नुकसान पर विस्तार से चर्चा करेंगे। विषय सूची • • • • • पनीर का फूल क्या है ?- What is paneer ka phool? पनीर फूल जिसका वैज्ञानिक नाम विथानिया कौयगुलांस है। यह सोलानेसी परिवार का एक पौधा है, जिसे इंडियन चीज मेकर, इंडियन रिनेट, पनीर डोडी, पनीर डोडा, पनीर बेड व कई अन्य नामों से भी जाना जाता है। संस्कृत में इसे ऋष्यगंधा, उर्दू में पनिरदोडी, हिंदी में पनीर का फूल व पनीरबंद, बंगाली में पनीर फूल के नाम से जाना जाता है। इसका उपयोग पनीर बनाने के लिए भी किया जाता है ( । इसमें मौजूद औषधीय गुणों के कारण आयुर्वेद में इसे कई बीमारियों से बचाव व उनके इलाज के लिए लाभकारी माना गया है। लेख में आगे पनीर के फूल के गुणों व फायदों के बारे में विस्तार से जानेंगे। पनीर फूल का पौधा डायबिटीज को नियंत्रित करने में सहायक हो सकता है। चूहों पर किए गए शोध में इस बात की पुष्टि की गई है। शोध में बताया गया है कि पनीर फूल के अर्क में एंटी डायबीटिक गुण मौजूद होता है, जो ब्लड शुगर लेवल को कम करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है ( । इस आधार पर माना जा सकता है कि पनीर फूल के फायदे डायबिटीज को नियंत्रण करने में देखे जा सकते हैं । 2. अल्जाइमर में लाभकारी पनीर फूल के फायदे अल्जाइमर रोग में भी देखे जा सकते हैं। दरअसल, पनीर के फूल के अर्क ...

Lotus in Hindi

Contents • 1 कमल का परिचय (Introduction of Lotus) • 2 कमल क्या है? (What is Lotus in Hindi?) • 3 अन्य भाषाओं में कमल के नाम (Name of Lotus in Different Languages) • 4 कमल के फायदे और उपयोग (Lotus Benefits and Uses in Hindi) • 4.1 सफेद बालों की समस्या में कमल के फूल के फायदे (Benefits of Lotus in Grey Hair Problem in Hindi) • 4.2 कमल के फूल के औषधीय गुण से रूसी का इलाज (Lotus Benefits to Treat Dandruff in Hindi) • 4.3 आधासीसी (अर्धावभेदक या अर्धकपारी) में कमल के फायदे (Uses of Lotus in Fighting with Migraine in Hindi) • 4.4 कमल के फूल के औषधीय गुण से उल्टी पर रोक (Lotus Benefits to Stop Vomiting in Hindi) • 4.5 सिर दर्द में कमल का फूल फायदेमंद (Lotus Uses in Relief from Headache in Hindi) • 4.6 गंजेपन की समस्या में कमल के फूल से लाभ (Benefits of Lotus in Baldness Problem in Hindi) • 4.7 आंखों की बीमारी में कमल के फूल से लाभ (Lotus Benefits to Cure Eye Disease in Hindi) • 4.8 दांतों के रोग में कमल का फूल लाभदायक (Uses of Lotus for Dental Disease in Hindi) • 4.9 कमल के फूल के औषधीय गण से खांसी का इलाज (Lotus Uses in Fighting with Cough in Hindi) • 4.10 गुदाभ्रंश रोग में कमल का फूल फायदेमंद (Benefits of Lotus to Cure Prolapse Disease in Hindi) • 4.11 पेशाब में दर्द-जलन की समस्या में कमल के फूल से लाभ (Lotus Benefits to Treat Urinary Disease in Hindi) • 4.12 कमल का फूल बुखार में लाभदायक (Uses of Lotus in Fighting with Fever in Hindi) • 4.13 कमल के गुण से पेचिश का इलाज (Lotus Uses to Stop Dysentery in Hindi) • 4.14 खूनी बवासीर में कमल का सेवन लाभदायक (Benefits of Lotus to Cure P...

फूलों पर अनमोल वचन

Latest Flower Quotes in Hindi. Read Best फूलों पर शायरी हिंदी, फूलों पर स्टेटस, गुलाब के फूल पर सुविचार, प्रकृति पर सुविचार हिंदी, फूलों पर कविता, Flower Quotes in Hindi For Instagram, Rose Flower Quotes in Hindi, Flower Motivational Quotes in Hindi, Yellow Flower Quotes in Hindi And Share it On Facebook, Instagram And WhatsApp. यह भी पढे : बहारों की नजर में फूल और काँटे बराबर है, मोहब्बत क्या करेंगे दोस्त दुश्मन देखने वाले। - यदि हर छोटा फूल गुलाब बनना चाहेगा, तो वसंत अपनी ख़ूबसूरती खो देगा. #6 - फूलों पर कविता “हम एक फुल से यह सिख सकते हैं की कैसे हम अपने आप को निछावर करके और बिना स्वार्थ के दुसरों की खुशियों को और भी बड़ा सकते हैं।” - अब ये नन्हा फूल बिन माली सा लगता है, माई तेरे बिन सब कुछ खाली सा लगता है. - प्रकृति की सबसे निष्पक्ष वस्तु फूल है, जिसकी जड़ें अब भी पृथ्वी और खाद में हैं. यह भी पढे : “माफ़ी वो खुशबू है जो एक फुल उन्ही हाथों में छोड़ जाता है जिन हाथों ने उसे तोड़ा होता हैं।” - वो फूल नही, फूलों की टोकरी थी, वो सचमुच कमाल की छोकरी थी. #7 - Flower Quotes in Hindi For Instagram रेगिस्तान में खिलने वाला फूल दुनिया को यह साबित कर देता है कि विपत्ति, चाहे कितनी भी बड़ी हो, उसे पराजित किया जा सकता है. - “फुल यूँ ही नहीं खिलते“बीज” को दफ़न होना पड़ता है।” - न किसी के दिल की हूँ आरजू, न किसी नजर की हूँ जुस्तजू, मैं वो फूल हूँ जो उदास हैं न बहार आये तो क्या करूँ। यह भी पढे : फूल इस बात की चिंता नहीं करते कि वे कैसे खिलेंगे. वे बस खुलकर प्रकाश की ओर मुड़ते हैं और यही उन्हें सुंदर बना देता है. - “पृथ्वी फूलों में हंसती है।” #8 - Rose Flower Quotes in Hindi दर्द के फूल भी खिलत...

पुष्प

अनुक्रम • 1 विशेषज्ञता • 2 आकारिकी • 2.1 वनस्पति सूत्र/पुष्प सम्बन्धी सूत्र • 3 परागण • 3.1 आकर्षित करने के तरीके • 3.2 परागण तंत्र • 3.3 फूल-परागनों का सम्बन्ध • 4 निषेचन और विसर्जन • 5 विकास • 6 विकास • 6.1 पुष्पण संक्रमण • 7 उपयोग • 8 यह भी देखें/इसे भी देखें • 9 सन्दर्भ • 10 सूत्र • 11 बाहरी कड़ियाँ • 12 इन्हेंभीदेखें विशेषज्ञता [ ] आकारिकी [ ] इस लेख को विकिप्रारूप में लाने के लिए आप इसे (अप्रैल 2023) पुष्प को एक रूपान्तरित प्ररोह को कहा जाता है, छोटे इंटरनोडों और बेयरिंग के साथ, इसके प्ररोह पर एक अग्र नियत होती है) पुष्प कुछ वृन्त से पौधे से जुड़े रहते हैं। यदि पुष्प तने से जुड़े नहीं होते और उनका निर्माण पुष्पवृन्त पर होता है। जब फूल की कुर्सी या उसका पत्र कहते हैं फूल के हिस्से पत्र के ऊपर चक्र में व्यवस्थित होते हैं। चक्र के चार मुख्य भाग (जड़ से प्रारम्भ करके या न्यूनतम आसंथी से लेकर ऊपर तक चलते हुए) इस प्रकार हैं: • • • • युक्ताण्डपी कहा जाता है) स्त्रीकेशर का लसलसा अग्र भाग- वर्त्तिकाग्र पराग का ग्राही होता है, वर्त्तिका यद्यपि ऊपर वर्णित फूलों की संरचना को 'आदर्श' संरचनात्मक योजना माना जा सकता है, परन्तु पौधों की जाति इस योजना से हटकर बदलाव के व्यापक भिन्नता को दिखाते हैं। ये बदलाव फूल-पौधों के विकास में बहुत मायने रखते हैं और वनस्पतिज्ञ इसका गहन प्रयोग पौधों की नस्ल के संबंधों को स्थापित करने के लिए करते हैं। मसलन फूल-पौधों कि दो उपजातियां का भेद उनके प्रत्येक चक्र के पुष्पांगो को लेकर हो सकता है: एक जैसा कि ऊपर वर्णित किया गया है कि व्यक्तिक फूलों के ज्यादातर नस्लों में पूर्ण, उभयलैंगीय, अपूर्ण या एक लिंगीय होते हैं: या तो केवल पुंकेसर या स्त्रीकेसर अंगों को...