कुबेर चालीसा

  1. कुबेर चालीसा का पाठ करें
  2. कुबेर चालीसा
  3. श्री कुबेर चालीसा
  4. Kuber Chalisa
  5. श्री कुबेर चालीसा, Shri Kuber Chalisa in Hindi
  6. श्री कुबेर चालीसा
  7. Shree Kuber Chalisa Lyrics in English


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कुबेर चालीसा का पाठ करें

कहते हैं कि कुबेर चालीसा (Kuber Chalisa) पढ़ने से व्यक्ति को नाम-यश मिलता है तथा उसे जीवन में कभी भी धनादि की कमी नहीं होती है। विशेषतः दिवाली से पहले धनतेरस वाले दिन ॥ दोहा ॥ जैसे अटल हिमालय, और जैसे अडिग सुमेर। ऐसे ही स्वर्ग द्वार पे, अविचल खडे कुबेर॥ विघ्न हरण मंगल करण, सुनो शरणागत की टेर । भक्त हेतु वितरण करो, धन माया के ढेर॥ कुबेर चढ़े को और चढ़ादे। कुबेर गिरे को पुन: उठा दे॥ कुबेर भाग्य को तुरंत जगा दे। कुबेर भूले को राह बता दे॥ प्यासे की प्यास कुबेर बुझा दे । भूखे की भूख कुबेर मिटा दे ॥ रोगी का रोग कुबेर घटा दे। दुखिया का दुख कुबेर छुटा दे॥ बांझ की गोद कुबेर भरा दे। कारोबार को कुबेर बढ़ा दे॥ कारागार से कुबेर छुड़ा दे। चोर ठगों से कुबेर बचा दे॥ उजड़े घर को पुन: बसावै। शत्रु को भी मित्र बनावै॥ सहस्त्र पुस्तक जो दान कराई। सब सुख भोद पदार्थ पाई॥ प्राण त्याग कर स्वर्ग में जाई। मानस परिवार कुबेर कीर्ति गाई॥ ॥ दोहा ॥ शिव भक्तों में अग्रणी, श्री यक्षराज कुबेर। हृदय में ज्ञान प्रकाश भर, कर दो दूर अंधेर॥ कर दो दूर अंधेर अब, जरा करो ना देर। शरण पड़ा हूं आपकी, दया की दृष्टि फेर॥ नित्त नेम कर प्रातः ही, पाठ करौं चालीसा। तुम मेरी मनोकामना, पूर्ण करो जगदीश॥ मगसर छठि हेमन्त ॠतु, संवत चौसठ जान। अस्तुति चालीसा शिवहि, पूर्ण कीन कल्याण॥ एक अमेज़न एसोसिएट के रूप में उपयुक्त ख़रीद से हमारी आय होती है। यदि आप यहाँ दिए लिंक के माध्यम से ख़रीदारी करते हैं, तो आपको बिना किसी अतिरिक्त लागत के हमें उसका एक छोटा-सा कमीशन मिल सकता है। धन्यवाद! विदेशों में बसे कुछ हिंदू स्वजनों के आग्रह पर कुबेर चालीसा (Kuber Chalisa) को हम रोमन में भी प्रस्तुत कर रहे हैं। हमें आशा है कि वे इससे अवश्य लाभान्वित हो...

कुबेर चालीसा

Kuber Chalisa lyrics in Hindi Kuber Chalisa In Hindi || ॥ दोहा ॥ जैसे अटल हिमालय, और जैसे अडिग सुमेर । ऐसे ही स्वर्ग द्वार पे, अविचल खडे कुबेर ॥ विघ्न हरण मंगल करण, सुनो शरणागत की टेर । भक्त हेतु वितरण करो, धन माया के ढेर ॥ ॥ चौपाई ॥ जै जै जै श्री कुबेर भण्डारी । धन माया के तुम अधिकारी ॥ तप तेज पुंज निर्भय भय हारी । पवन वेग सम सम तनु बलधारी ॥ स्वर्ग द्वार की करें पहरे दारी । सेवक इंद्र देव के आज्ञाकारी ॥ यक्ष यक्षणी की है सेना भारी । सेनापति बने युद्ध में धनुधारी ॥4॥ महा योद्धा बन शस्त्र धारैं । युद्ध करैं शत्रु को मारैं ॥ सदा विजयी कभी ना हारैं । भगत जनों के संकट टारैं ॥ प्रपितामह हैं स्वयं विधाता । पुलिस्ता वंश के जन्म विख्याता ॥ विश्रवा पिता इडविडा जी माता । विभीषण भगत आपके भ्राता ॥8॥ शिव चरणों में जब ध्यान लगाया । घोर तपस्या करी तन को सुखाया ॥ शिव वरदान मिले देवत्य पाया । अमृत पान करी अमर हुई काया ॥ धर्म ध्वजा सदा लिए हाथ में । देवी देवता सब फिरैं साथ में ॥ पीताम्बर वस्त्र पहने गात में । बल शक्ति पूरी यक्ष जात में ॥12॥ स्वर्ण सिंहासन आप विराजैं । त्रिशूल गदा हाथ में साजैं ॥ शंख मृदंग नगारे बाजैं । गंधर्व राग मधुर स्वर गाजैं ॥ चौंसठ योगनी मंगल गावैं । ऋद्धि-सिद्धि नित भोग लगावैं ॥ दास दासनी सिर छत्र फिरावैं । यक्ष यक्षणी मिल चंवर ढूलावैं ॥16॥ ऋषियों में जैसे परशुराम बली हैं । देवन्ह में जैसे हनुमान बली हैं ॥ पुरुषों में जैसे भीम बली हैं । यक्षों में ऐसे ही कुबेर बली हैं ॥ भगतों में जैसे प्रहलाद बड़े हैं । पक्षियों में जैसे गरुड़ बड़े हैं ॥ नागों में जैसे शेष बड़े हैं । वैसे ही भगत कुबेर बड़े हैं ॥20॥ कांधे धनुष हाथ में भाला । गले फूलों की पहनी माला ॥ स्वर्ण मुकुट अरु दे...

श्री कुबेर चालीसा

॥ दोहा ॥ जैसे अटल हिमालय, और जैसे अडिग सुमेर। ऐसे ही स्वर्ग द्वार पै, अविचल खड़े कुबेर॥ विघ्न हरण मंगल करण, सुनो शरणागत की टेर। भक्त हेतु वितरण करो, धन माया के ढ़ेर॥ ॥ चौपाई ॥ जय जय जय श्री कुबेर भण्डारी। धन माया के तुम अधिकारी॥ तप तेज पुंज निर्भय भय हारी। पवन वेग सम सम तनु बलधारी॥ स्वर्ग द्वार की करें पहरे दारी। सेवक इन्द्र देव के आज्ञाकारी॥ यक्ष यक्षणी की है सेना भारी। सेनापति बने युद्ध में धनुधारी॥ महा योद्धा बन शस्त्र धारैं। युद्ध करैं शत्रु को मारैं॥ सदा विजयी कभी ना हारैं। भगत जनों के संकट टारैं॥ प्रपितामह हैं स्वयं विधाता। पुलिस्ता वंश के जन्म विख्याता॥ विश्रवा पिता इडविडा जी माता। विभीषण भगत आपके भ्राता॥ शिव चरणों में जब ध्यान लगाया। घोर तपस्या करी तन को सुखाया॥ शिव वरदान मिले देवत्य पाया। अमृत पान करी अमर हुई काया॥ धर्म ध्वजा सदा लिए हाथ में। देवी देवता सब फिरैं साथ में॥ पीताम्बर वस्त्र पहने गात में। बल शक्ति पूरी यक्ष जात में॥ स्वर्ण सिंहासन आप विराजैं। त्रिशूल गदा हाथ में साजैं॥ शंख मृदंग नगारे बाजैं। गंधर्व राग मधुर स्वर गाजैं॥ चौंसठ योगनी मंगल गावैं। ऋद्धि सिद्धि नित भोग लगावैं॥ दास दासनी सिर छत्र फिरावैं। यक्ष यक्षणी मिल चंवर ढूलावैं॥ ऋषियों में जैसे परशुराम बली हैं। देवन्ह में जैसे हनुमान बली हैं॥ पुरुषों में जैसे भीम बली हैं। यक्षों में ऐसे ही कुबेर बली हैं॥ भगतों में जैसे प्रहलाद बड़े हैं। पक्षियों में जैसे गरुड़ बड़े हैं॥ नागों में जैसे शेष बड़े हैं। वैसे ही भगत कुबेर बड़े हैं॥ कांधे धनुष हाथ में भाला। गले फूलों की पहनी माला॥ स्वर्ण मुकुट अरु देह विशाला। दूर दूर तक होए उजाला॥ कुबेर देव को जो मन में धारे। सदा विजय हो कभी न हारे॥ बिगड़े काम बन जाएं सारे। अन...

Kuber Chalisa

कुबेर चालीसा, Kuber Chalisa, Kuber Chalisa Ke Fayde, Kuber Chalisa Ke Labh, Kuber Chalisa Benefits, Kuber Chalisa Pdf, Kuber Chalisa Mp3 Download, Kuber Chalisa Lyrics. 10 वर्ष के उपाय के साथ अपनी लाल किताब की जन्मपत्री ( Lal Kitab Horoscope ) बनवाए केवल 500/- ( Only India Charges ) में ! Mobile & Whats app Number : +91-9667189678 नोट : यदि आप अपने जीवन में किसी कारण से परेशान चल रहे हो तो ज्योतिषी सलाह लेने के लिए अभी ज्योतिष आचार्य पंडित ललित त्रिवेदी पर कॉल करके अपनी समस्या का निवारण कीजिये ! +91- 9667189678 ( Paid Services ) 30 साल के फ़लादेश के साथ वैदिक जन्मकुंडली बनवाये केवल 500/- ( Only India Charges ) में ! Mobile & Whats app Number : +91-9667189678 श्री कुबेर चालीसा || Shri Kuber Chalisa || Shri Kubera Chalisa भगवान श्री कुबेर जी की पूजा अर्चना में श्री कुबेर चालीसा का पाठ किया जाता हैं ! श्री कुबेर चालीसा जी की आरती नियमित करने से जातक हमेशा धनवान रहता है !! जय श्री सीताराम !! जय श्री हनुमान !! जय श्री दुर्गा माँ !! यदि आप अपनी कुंडली दिखा कर परामर्श लेना चाहते हो तो या किसी समस्या से निजात पाना चाहते हो तो कॉल करके या नीचे दिए लाइव चैट ( Live Chat ) से चैट करे साथ ही साथ यदि आप जन्मकुंडली, वर्षफल, या लाल किताब कुंडली भी बनवाने हेतु भी सम्पर्क करें : 9667189678 Shri Kuber Chalisa By Online Specialist Astrologer Acharya Pandit Lalit Trivedi. श्री कुबेर चालीसा || Shri Kuber Chalisa || Shri Kubera Chalisa || दोहा || जैसे अटल हिमालय और जैसे अडिग सुमेर । ऐसे ही स्वर्ग द्वार पे, अविचल खडे कुबेर । विघ्न हरण मंगल करण, सुनो शरणागत की टेर । भक्त हेतु वितरण करो, धन माया के ...

श्री कुबेर चालीसा, Shri Kuber Chalisa in Hindi

Shri Kuber Chalisa in Hindi : कुबेर जी को सभी देवी देवताओं का कोषाध्यक्ष कहा जाता हैं. यहाँ तक की धन की देवी माँ लक्ष्मी भी धन सम्बन्धी लेखा जोखा कुबेर जी को ही सौप रखा हैं. इसलिए कुबेर जी को धन का देवता कहा जाता हैं. और लक्ष्मी माँ के साथ कुबेर जी की भी पूजा की जाती हैं. यहाँ पर श्री कुबेर चालीसा लिरिक्स हिंदी और इंग्लिश में पीडीएफ के साथ दिया गया हैं. जिसे आप डाउनलोड कर सकते हैं. श्री कुबेर चालीसा, Shri Kuber Chalisa ॥ दोहा ॥ जैसे अटल हिमालय और जैसे अडिग सुमेर । ऐसे ही स्वर्ग द्वार पै, अविचल खड़े कुबेर ॥ विघ्न हरण मंगल करण, सुनो शरणागत की टेर । भक्त हेतु वितरण करो, धन माया के ढ़ेर ॥ ॥ चौपाई ॥ जै जै जै श्री कुबेर भण्डारी । धन माया के तुम अधिकारी ॥ तप तेज पुंज निर्भय भय हारी । पवन वेग सम सम तनु बलधारी ॥ स्वर्ग द्वार की करें पहरे दारी । सेवक इंद्र देव के आज्ञाकारी ॥ यक्ष यक्षणी की है सेना भारी । सेनापति बने युद्ध में धनुधारी ॥ महा योद्धा बन शस्त्र धारैं । युद्ध करैं शत्रु को मारैं ॥ सदा विजयी कभी ना हारैं । भगत जनों के संकट टारैं ॥ प्रपितामह हैं स्वयं विधाता । पुलिस्ता वंश के जन्म विख्याता ॥ विश्रवा पिता इडविडा जी माता । विभीषण भगत आपके भ्राता ॥ शिव चरणों में जब ध्यान लगाया । घोर तपस्या करी तन को सुखाया ॥ शिव वरदान मिले देवत्य पाया । अमृत पान करी अमर हुई काया ॥ धर्म ध्वजा सदा लिए हाथ में । देवी देवता सब फिरैं साथ में ॥ पीताम्बर वस्त्र पहने गात में । बल शक्ति पूरी यक्ष जात में ॥ स्वर्ण सिंहासन आप विराजैं । त्रिशूल गदा हाथ में साजैं ॥ शंख मृदंग नगारे बाजैं । गंधर्व राग मधुर स्वर गाजैं ॥ चौंसठ योगनी मंगल गावैं । ऋद्धि सिद्धि नित भोग लगावैं ॥ दास दासनी सिर छत्र फिरावैं । यक्ष य...

श्री कुबेर चालीसा

कुबेर चालीसा लिरिक्स हिन्दी मे ॥ दोहा॥ जैसे अटल हिमालय,और जैसे अडिग सुमेर। ऐसे ही स्वर्ग द्वार पै,अविचल खड़े कुबेर॥ विघ्न हरण मंगल करण,सुनो शरणागत की टेर। भक्त हेतु वितरण करो,धन माया के ढ़ेर॥ ॥ चौपाई ॥ जय जय जय श्री कुबेर भण्डारी। धन माया के तुम अधिकारी॥ तप तेज पुंज निर्भय भय हारी। पवन वेग सम सम तनु बलधारी॥ स्वर्ग द्वार की करें पहरे दारी। सेवक इन्द्र देव के आज्ञाकारी॥ यक्ष यक्षणी की है सेना भारी। सेनापति बने युद्ध में धनुधारी॥ महा योद्धा बन शस्त्र धारैं। युद्ध करैं शत्रु को मारैं॥ सदा विजयी कभी ना हारैं। भगत जनों के संकट टारैं॥ प्रपितामह हैं स्वयं विधाता। पुलिस्ता वंश के जन्म विख्याता॥ विश्रवा पिता इडविडा जी माता। विभीषण भगत आपके भ्राता॥ शिव चरणों में जब ध्यान लगाया। घोर तपस्या करी तन को सुखाया॥ शिव वरदान मिले देवत्य पाया। अमृत पान करी अमर हुई काया॥ धर्म ध्वजा सदा लिए हाथ में। देवी देवता सब फिरैं साथ में॥ पीताम्बर वस्त्र पहने गात में। बल शक्ति पूरी यक्ष जात में॥ स्वर्ण सिंहासन आप विराजैं। त्रिशूल गदा हाथ में साजैं॥ शंख मृदंग नगारे बाजैं। गंधर्व राग मधुर स्वर गाजैं॥ चौंसठ योगनी मंगल गावैं। ऋद्धि सिद्धि नित भोग लगावैं॥ दास दासनी सिर छत्र फिरावैं। यक्ष यक्षणी मिल चंवर ढूलावैं॥ ऋषियों में जैसे परशुराम बली हैं। देवन्ह में जैसे हनुमान बली हैं॥ पुरुषों में जैसे भीम बली हैं। यक्षों में ऐसे ही कुबेर बली हैं॥ भगतों में जैसे प्रहलाद बड़े हैं। पक्षियों में जैसे गरुड़ बड़े हैं॥ नागों में जैसे शेष बड़े हैं। वैसे ही भगत कुबेर बड़े हैं॥ कांधे धनुष हाथ में भाला। गले फूलों की पहनी माला॥ स्वर्ण मुकुट अरु देह विशाला। दूर दूर तक होए उजाला॥ कुबेर देव को जो मन में धारे। सदा विजय हो कभी न हारे॥ ब...

Shree Kuber Chalisa Lyrics in English

श्री कुबेर चालीसा इन हिंदी ॥ Doha ॥ Jaise Atal Himalay Aur Jaise Adig Sumer । Aise Hi Swarg Dwar Pai,Avichal Khade Kuber ॥ Vighn Haran Mangal Karan, Suno Sharanagat Ki Ter । Bhakt Hetu Vitaran Karo, Dhan Maya Ki Dher ॥ ॥ Chaupai ॥ Jai Jai Jai Shri Kuber Bhandari । Dhan Maya Ke Tum Adhikari ॥ Tap Tej Punj Nirbhay Bhay Hari । Pavan Veg Sam Sam Tanu Baladhari ॥ Swarg Dwar Ki Karein Pahare Dari । Sevak Indra Dev Ke Agyakari ॥ Yaksha Yakshani Ki Hai Sena Bhari । Senapati Bane Yuddh Me Dhanudhari ॥ Maha Yoddha Ban Shastr Dharain । Yuddh Karain Shatru Marain ॥ Sada Vijayi Kabhi Na Harain । Bhagat Jano Ke Sankat Tarain ॥ Prapitamah Hain Swayam Vidhata । Pulist Vansh Ke Janm Vikhyata ॥ Vishrava Pita Idavida Ji Mata । Vibhishan Bhagat Apake Bhrata ॥ Shiv Charano Me Jab Dhyan Lagaya । Ghor Tapasya Kari Tan Sukhaya ॥ Shiv Varadan Mile Devaty Paya । Amrit Pan Kari Amar Kaya ॥ Dharm Dhwaja Sada Liye Hath Me । Devi Devata Sab Phirain Sath Me । Pitambar Vastra Pahane Gath Me ॥ Bal Shakti Poori Yaksha Jat Me ॥ Swarn SInhasan Ap Virajain । Trishul Gada Hath Me Sajain ॥ Shankh Mridang Nagare Bajain। Gandharv Rag Madhur Gajain ॥ Chausath Yogani Mangal Gavain । Riddhi Siddhi Nit Bhog Lagavain ॥ Das Dasini Sir Chhatra Phiravain । Yaksha Yakshani Mol Chanvar Dhulavain ॥ Rishiyom Me Jaise Parashuram Bali Hain । Devanh Me Jaise Hanuman Bali Hain ॥ Purusho Me Jaise Bhim Bali Hain । Yaksho Me Aise Hi Kuber Bali Hain ॥ Bhagato Me Jaise Prahlad Bade hain । Pakshiyo Me Jaise Garud Bade hain ॥ Nagon Me ...