महवीर जयंती

  1. Mahavir Jayanti 2023 Messages: हैप्पी महावीर जयंती! अपनों संग शेयर करें ये हिंदी Quotes, WhatsApp Wishes, GIF Greetings और Photo SMS
  2. महावीर जयंती 2022: कब है 2022 में महावीर जंयती और इसका महत्व astrotalk
  3. महावीर जन्म कल्याणक


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Mahavir Jayanti 2023 Messages: हैप्पी महावीर जयंती! अपनों संग शेयर करें ये हिंदी Quotes, WhatsApp Wishes, GIF Greetings और Photo SMS

Mahavir Jayanti 2023 Messages: हैप्पी महावीर जयंती! अपनों संग शेयर करें ये हिंदी Quotes, WhatsApp Wishes, GIF Greetings और Photo SMS संन्यास लेने के बाद भगवान महावीर ने करीब 12 साल तक कठिन तपस्या की और उन्हें आत्मज्ञान की प्राप्ति हुई, फिर 71 साल की उम्र में उन्हें पावापुरी में मोक्ष की प्राप्ति हुई. जैन धर्म के 24वें तीर्थंकर महावीर भगवान की जीवन ही उनका संदेश है और उन्होंने अहिंसा को सबसे उच्चतम नैतिक गुण बताया था. इस अवसर पर आप इन मैसेजेस, कोट्स, वॉट्सऐप विशेज, जीआईएफ ग्रीटिंग्स, फोटो एसएमएस के जरिए हैप्पी महावीर जयंती कह सकते हैं. Mahavir Jayanti 2023 Messages in Hindi: जैन धर्म (Jain Dharma) के लोगों के लिए आज यानी 04 अप्रैल 2023 का दिन बेहद खास है, क्योंकि इस समुदाय के लोग जैन धर्म के 24वें तीर्थंकर भगवान महावीर जी की जयंती (Mahavir Jayanti) धूमधाम से मना रहे हैं. हिंदू पंचाग के अनुसार, चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी तिथि को महावीर जयंती मनाई जाती है. उनका जन्म वैशाली के गणतंत्र राज्य क्षत्रिय कुंडलपुर में हुआ था, इसलिए चैत्र शुक्ल के 13वें दिन महावीर भगवान का जन्मोत्सव मनाया जाता है. भगवान महावीर (Bhagwan Mahavir) को बचपन में वर्धमान कहकर पुकारा जाता था, उनके पिता का नाम सिद्धार्थ और माता का नाम त्रिशला था. कहा जाता है कि तीस वर्ष की उम्र में उन्होंने संसार से विरक्त होकर राज वैभव का त्याग कर संन्यास धारण कर लिया और आत्मकल्याण के पथ पर निकल गए. संन्यास लेने के बाद भगवान महावीर ने करीब 12 साल तक कठिन तपस्या की और उन्हें आत्मज्ञान की प्राप्ति हुई, फिर 71 साल की उम्र में उन्हें पावापुरी में मोक्ष की प्राप्ति हुई. जैन धर्म के 24वें तीर्थंकर महावीर भगवान का जीवन ही ...

महावीर जयंती 2022: कब है 2022 में महावीर जंयती और इसका महत्व astrotalk

महावीर जयंती जैन धर्म की सबसे मौलिक मान्यताओं में से एक है। इसलिए जैन धर्म को मानने वालों के लिए यह दिन बहुत महत्व रखता है क्योंकि वे 24 वें तीर्थंकर भगवान महावीर के जन्म का जश्न मनाते हैं। जैन लोग इस दिन को जन्म कल्याणक भी कहते हैं। और ग्रेगोरियन कैलेंडर के अनुसार, लोग अप्रैल के मध्य में महावीर जयंती 2022 मनाएंगे। जैन शास्त्र और हिंदू पंचांग कैलेंडर के अनुसार भगवान महावीर का जन्म 599 ईसा पूर्व में चैत्र महीने में चंद्रमा के शुक्ल पक्ष के 13 वें दिन हुआ था। इसलिए हर साल दुनिया के अलग-अलग हिस्सों में भगवान महावीर की मूर्ति के साथ रथ यात्रा का एक दिव्य जुलूस निकाला जाता है। बाद में उसी दिन भक्त मंदिर में प्रार्थना करते हैं और धार्मिक भजन गाते हैं। जैनियों के लिए यह दिन दान का प्रतीक है। साथ ही यह लोगों को जरूरतमंदों की मदद करने के लिए प्रेरित करती है और अहिंसा को बढ़ावा देती है। यह भी पढ़े- जानें कैसे उत्पन्न होता है नजर दोष और इसके अचूक ज्योतिषी उपाय महावीर जयंती 2022: तिथि और तिथि का समय महावीर जयंती 14 अप्रैल 2022 को मनाई जाएगी। दुनिया भर में जैन धर्म के अनुयायी इस दिन को अंतिम तीर्थंकर, भगवान महावीर की शिक्षाओं और जीवन जश्न मनाएंगे। हिंदू पंचांग के अनुसार, महावीर जयंती हर साल चैत्र मास शुक्ल त्रयोदशी तिथि को सूर्योदय के समय पड़ती है। यदि त्रयोदशी तिथि 2 दिन तक चलती है या सूर्योदय के दौरान नहीं आती है, तो लोग पहले दिन त्योहार मनाएंगे। महावीर जयंती तिथि: 14 अप्रैल, 2022 (गुरुवार) त्रयोदशी तिथि प्रारंभ: 14 अप्रैल, 2022, सुबह 04 बजकर 49 मिनट त्रयोदशी तिथि समाप्त: 15 अप्रैल, 2022, सुबह 03 बजकर 55 मिनट महावीर जयंती: महावीर स्वामी के जीवन का इतिहास भगवान महावीर जैन धर्म के अंति...

महावीर जन्म कल्याणक

अनुक्रम • 1 जन्म • 1.1 दस अतिशय • 2 उत्सव • 3 सन्दर्भ • 4 सन्दर्भ सूची जन्म [ ] भगवान दस अतिशय [ ] जैन ग्रंथों के अनुसार तीर्थंकर भगवान के जन्म से ही दस अतिशय होते है। • पसीना न आना • निर्मल देह • दूध की तरह सफ़ेद रक्त • अद्भुत रूपवान शरीर • सुगंध युक्त शारीर • उत्तम संस्थान (शारीरिक संरचना) • उत्तम सहनन • सर्व 1008 सुलक्षण युक्त शरीर • अतुल बल • प्रियहित वाणी यह अतिशय उनके द्वारा पूर्व जन्म में किये गए तपश्चर्ण के फल स्वरुप प्रकट होते है। उत्सव [ ] इस महोत्सव पर सन्दर्भ [ ]