पिटबुल डॉग प्राइस

  1. पिटबुल की कीमत
  2. पिटबुल प्रजाति के पटना में 300 से अधिक डॉग, यहां भी हुए हैं हमले
  3. डॉग बाइट की एक तिहाई मामलों के पीछे यही क्रॉस बीड, एक्सपर्ट बोले
  4. गंगानगर और हनुमानगढ़ में पिटबुल डॉग की कराते हैं फाइट, एक
  5. पोप्युलर कुत्ते की कीमत लिस्ट l डॉग प्राइस इन इंडिया
  6. पिटबुल प्रजाति के पटना में 300 से अधिक डॉग, यहां भी हुए हैं हमले
  7. पोप्युलर कुत्ते की कीमत लिस्ट l डॉग प्राइस इन इंडिया
  8. गंगानगर और हनुमानगढ़ में पिटबुल डॉग की कराते हैं फाइट, एक
  9. पिटबुल की कीमत
  10. डॉग बाइट की एक तिहाई मामलों के पीछे यही क्रॉस बीड, एक्सपर्ट बोले


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पिटबुल की कीमत

Pitbull dog information Hindi हेल्लो दोस्तों केसे हो आप सब . उमीद करता हूँ की ये जो भी डॉग के बारे मैं इनफार्मेशन दे रहा हु सब आपको useful होती होगी.आज हम Pitbull information की full जानकारी देने वाले है तो पढ़ते रहिये हमारा आजका आर्टिकल. यूके में अमेरिकी पिटबुल टेरियर के रूप में जाना जाता है, पिटबुल मूल रूप से बुलडॉग और टेरियर से मिलती नस्ल है, जिसे पहली बार 1870 के दशक में संयुक्त राज्य अमेरिका में आयात किया गया था। हालाँकि, नस्ल इससे पहले ब्रिटेन में 1800 के दशक की शुरुआत में अस्तित्व में आई थी। पारंपरिक रूप से बुलडॉग और टेरियर नस्लों का इस्तेमाल बुल-बाइटिंग, रैट बैटिंग और डॉगफाइटिंग के क्रूर रक्तपात में करते थे | जैसे-जैसे समय बीतता गया, पिटबुल की प्रतिष्ठा लड़ने वाले कुत्तों से एक मजदूर वर्ग के साथी की प्रतिष्ठा में बदल गई। उनकी बुद्धिमत्ता और दृढ़ता के कारण, नस्ल वास्तव में WWI और WWII के दौरान संयुक्त राज्य अमेरिका का शुभंकर बन गया। हर जगह पोस्टरों ने पिटबुल को राष्ट्र की सफलता से जोड़ा। 1976 में, संयुक्त राज्य अमेरिका के सुप्रीम कोर्ट ने पशु कल्याण अधिनियम पारित किया, जिसमें अन्य बातों के अलावा, सभी 50 राज्यों में डॉगफाइटिंग पर प्रतिबंध लगा दिया गया था। वास्तव में, अपराधियों ने पिटबुल को अवैध रूप से लड़ने वाले कुत्तों के रूप में तलाशना शुरू कर दिया क्योंकि 1980 के दशक में भूमिगत कुत्तों की लड़ाई अधिक प्रचलित हो गई थी। Height 14-21 Inches Pitbull Weight 35-65 Pounds Exercise Requirements 60-90 minutes per day Energy Very High Health Above Average Lifespan 10-12 Years Colors Black, White, Brindle, Fawn, Tan, Grey, Blue, Brown, Red ये भी पोस्ट पढ़े- Temperament स्वभाव प...

पिटबुल प्रजाति के पटना में 300 से अधिक डॉग, यहां भी हुए हैं हमले

लखनऊ में खतरनाक डॉग पिटबुल ने अपनी मालकिन पर हमला करके मार डाला है। यह खतरनाक डॉग पटना वेटरनरी कॉलेज में एक साल पहले डॉग शो में आतंक मचा दिया था। पटना में भी लोग इस तरह के डॉग नहीं मौत पाल रहे हैं। विदेशों में जिन डॉग को प्रतिबंधित किया गया है, वह पटना में स्टेटस सिंबल बन रहे हैं। अमेरिकन बुल और पाकिस्तानी बुल के साथ पिटबुल जैसे 300 से अधिक डॉग पटना में लोगों के घरों में स्टेटस बन गए हैं। बिहार में भी खतरनाक डॉग से घटना के बाद भी पटना में मौत की खुली छूट है। जानिए बिहार में पिटबुल डॉग जैसे अन्य डॉग के हमले और उन्हें पालने के नियम... पटना के वेटरनरी कॉलेज में 2021 में आयोजित डॉग शो में खतरनाक पिटबुल डॉग ने हमला कर दिया था। इस घटना में पिटबुल ऑनर के हाथों से छूट गया और हमला कर दिया। पिटबुल के हमले को देख भगदड़ मच गई थी और वहां मौजूद लोग अपने अपने डॉग को लेकर भागने लगे थे। इस घटना में मौके पर मौजूद लोग भागकर किसी से तरह से अपनी जान बचाए। ऐसे खतरनाक डॉग को डॉग शो में ले जाना प्रतिबंधित है। इसके बाद भी आयोजक डॉग शो में ऐसे खतरनाक को बिना रोक टोक के ले जाया जाता है। युवक के हाथ का मांस चबा गया वर्ष 2019 में सोनपुर में एक खतरनाक डॉग रॉड विलर एक युवक पर हमला कर दिया। इस घटना में युवक भागने का प्रयास किया लेकिन खतरनाक डॉग ने युवक के बाजू को मुंह में भर लिया और एक बार में पूरा नोच लिया। इस घटना युवक के बाजू का पूरा मांस गायब हो गया और हड्‌डी दिखाई देने लगी। आस पास के लोग लाठी डंडा लेकर पहुंच गए जिसके बाद किसी तरह से युवक को रॉड विलर डॉग से बचाया गया। भैंस का बच्चा चबा गया पटना के सगुना मोड़ पर एक प्राइवेट स्कूल के प्रबंध के घर में डॉग से बड़ी घटना हुई। स्कूल के प्रबंधक रॉड विलर पाल रखे...

डॉग बाइट की एक तिहाई मामलों के पीछे यही क्रॉस बीड, एक्सपर्ट बोले

बच्चों और बुजुर्गों को ज्यादा सतर्क रहने की जरूरत डॉग ट्रेनर डॉ. एपी यादव ने बताया,"इंडिया में होने वाली डॉग बाइट की कुल घटनाओं में एक तिहाई के पीछे पिटबुल होते हैं। इस नस्ल का डॉग अग्रेसिव टेम्परामेंट का होता है। इसीलिए इसकी रेगुलर काउंसलिंग बहुत जरूरी होती है। ये नस्ल प्योर ब्रीड नहीं, बल्कि क्रॉस ब्रीड है। इसको पैदा करने के पीछे अमेरिका जैसे देशों में वाइल्ड स्पोर्ट्स-डॉग फाइटिंग के गेम्स थे। बाद में इसकी ग्लोबल डिमांड बढ़ी। सुझाव ये हैं कि इसे घर में न पाले। अगर पालते हैं, तो घर में बच्चों और बुजर्गों पर विशेष ध्यान दें। क्योंकि ये कभी भी हमलावर हो सकते हैं। अमित त्रिपाठी जिम ट्रेनर हैं और उन्हें डॉग पालने का शौक है। घर के लिए नहीं, फार्महाउस के लिए पिटबुल को करें प्रेफर एक्सपर्ट पिटबुल को घरों में पालने से बचने की सलाह देते हैं। बेहतर होगा कि इन्हें फार्महाउस में रखें। पिटबुल की जगह लैब्राडोर, जर्मन शेफर्ड, बीगल डॉग, गोल्डन रिट्रीवर और पामेरियन नस्ल के डॉग पाल सकते हैं।

गंगानगर और हनुमानगढ़ में पिटबुल डॉग की कराते हैं फाइट, एक

पिटबुल को लेकर लोगों में दीवानगी क्यों है। वैसे तो अमेरिका में पिटबुल काे बैन किया गया है। जयपुर की बात करें तो यहां करीब 250 से ज्यादा पिटबुल डॉग हैं। इन्हें फार्म हाउस पर बड़े मकानों में सुरक्षा के लिए रखा जाता है। वहीं पूरे राजस्थान की बात करें ताे गंगानगर और हनुमानगढ़ में ही दो हजार से ज्यादा पिटबुल डॉग हैं। माना जाता है कि पंजाब से सटे कुछ इलाकों में हर तीसरे घर में पिटबुल डॉग है। राजस्थान में पिटबुल डॉग सबसे ज्यादा गंगानगर और हनुमानगढ़ में है। यहां पर डॉग फाइट कराई जाती है। इन फाइट्स में एक लाख रुपए से लेकर पांच लाख रुपए तक की शर्त लगाई जाती है। खास बात है कि इन डॉग के रेट्स भी फाइट पर ही तय होते हैं। जैसे कि एक डॉग ने 10 फाइट जीत ली है तो उसकी कीमत 5 लाख रुपए हो जाती है। ऐसे डॉग के पपी की कीमत भी ज्यादा होती है। इन्हें 50 हजार रुपए तक बेचा जाता है। ये फाइट इतनी खतरनाक होती है कि डॉग एक-दूसरे काे जान से मार देते हैं। जीतने वाले डॉग मालिक की ओर से जश्न मनाया जाता है। पंजाब और हरियाणा से सटे दो जिले गंगानगर और हनुमानगढ़ में डॉग फाइट की दीवानगी है। यहां पर डॉग फाइट स्टेटस सिंबल बन चुका है। बीकानेर में हुए डॉग शो में 60 से ज्यादा पिटबुल पहुंचे बीकानेर में कुछ समय पहले एक डॉग शो कराया गया था। शो में गंगानगर और हनुमानगढ़ के अलावा कई जगहों से 60 से ज्यादा पिटबुल डॉग लाए गए थे। तब संचालकों ने पिटबुल को शो में पार्टिसिपेट कराने से मना कर दिया था। उनके बीच में कहासुनी हो गई थी और विवाद भी हो गया था। वे लोग पार्किंग में आ गए थे। हैरानी की बात है कि उन्होंने शर्त लगाकर पार्किंग में ही डॉग के बीच फाइट शुरू कर दी थी। कुत्तों के लड़ने की आवाजें सुनकर संचालक पहुंचे। उन्हें फाइट से मना किय...

पोप्युलर कुत्ते की कीमत लिस्ट l डॉग प्राइस इन इंडिया

आजके ज़माने मैं हर कोई इन्सान डॉग लवर होते हैं l और डॉग एक वफादार पालतू जानवर है l कई कुत्ते प्रमियो को एक कुता खरीदना तो होता हैं पर मन मैं ये सवाल बार बार उठता हैं की की कुत्ते की कीमत कितनी होगी l तो आज हम कुत्ते की कीमत के बारे मैं चर्चा करेंगे l डॉग प्राइस लिस्ट इन इण्डिया पिटबुल कुत्ते की कीमत पिटबुल डॉग की कीमत 8,000/-Rs से 50,000/ तक हो सकती है लेकिन यह कीमत कुछ कारणो के वजह से अलग अलग हो सकती है । पिटबुल डॉग प्राइस में जब हम मासिक खर्चों के बारे में बात करते हैं तो आपको जो मुख्य खर्च करना पड़ता है वह भोजन के लिए है। यदि आप अपने पिटबुल डॉग को नार्मल गुणवत्ता वाले कुत्ते का भोजन प्रदान करते हैं, तो इसकी कीमत लगभग 2000-4000 रुपये प्रति माह होगी। और उच्च गुणवता वाला भोजन प्रदान करते हो तो उससे ज्यादा हो सकता हैं l वोडाफोन कुत्ते की कीमत [ pug डॉग की कीमत ] वोडाफोन कुत्ते की कीमत 15,000- 25,000 तक हो सकती हैं यह कीमत कम या फिर ज्यादा भी हो सकती हैं वह नस्ल की गुणवत्ता पर निर्भर करता हैं और कुछ कारणो के वजह से अलग अलग हो सकती है । रोड व्हीलर डॉग की कीमत एक स्वस्थ्य और उच्च गुणवत्ता वाले रॉटविलर डॉग की कीमत इंडिया मैं 15,000-50,000/- Rs. तक हो सकती है। रॉटविलर डॉग की कीमत कुछ कारणों जेसे की उसकी गुणवता – स्थान –ब्रीडर और शुद्ध नस्ल उसकी वजह से कम या ज्यादा हो सकती है l जर्मन शेफर्ड कुत्ते की कीमत जर्मन शेफर्ड कुत्ते की कीमत इंडिया मैं स्वस्थ एवं अच्छी गुणवत्ता वाले जर्मन शेफर्ड की कीमत लगभग Rs. 12,000-30,000 /- तक हो सकती हैं कभी-कभी यह कीमत कम या फिर ज्यादा भी हो सकती हैं यह निर्भर करता हैं की आप कैसे ब्रीडर या पेट स्टोर से खरीदते हैं तथा इसके अलावा अलग-अलग शहरों व राज्...

पिटबुल प्रजाति के पटना में 300 से अधिक डॉग, यहां भी हुए हैं हमले

लखनऊ में खतरनाक डॉग पिटबुल ने अपनी मालकिन पर हमला करके मार डाला है। यह खतरनाक डॉग पटना वेटरनरी कॉलेज में एक साल पहले डॉग शो में आतंक मचा दिया था। पटना में भी लोग इस तरह के डॉग नहीं मौत पाल रहे हैं। विदेशों में जिन डॉग को प्रतिबंधित किया गया है, वह पटना में स्टेटस सिंबल बन रहे हैं। अमेरिकन बुल और पाकिस्तानी बुल के साथ पिटबुल जैसे 300 से अधिक डॉग पटना में लोगों के घरों में स्टेटस बन गए हैं। बिहार में भी खतरनाक डॉग से घटना के बाद भी पटना में मौत की खुली छूट है। जानिए बिहार में पिटबुल डॉग जैसे अन्य डॉग के हमले और उन्हें पालने के नियम... पटना के वेटरनरी कॉलेज में 2021 में आयोजित डॉग शो में खतरनाक पिटबुल डॉग ने हमला कर दिया था। इस घटना में पिटबुल ऑनर के हाथों से छूट गया और हमला कर दिया। पिटबुल के हमले को देख भगदड़ मच गई थी और वहां मौजूद लोग अपने अपने डॉग को लेकर भागने लगे थे। इस घटना में मौके पर मौजूद लोग भागकर किसी से तरह से अपनी जान बचाए। ऐसे खतरनाक डॉग को डॉग शो में ले जाना प्रतिबंधित है। इसके बाद भी आयोजक डॉग शो में ऐसे खतरनाक को बिना रोक टोक के ले जाया जाता है। युवक के हाथ का मांस चबा गया वर्ष 2019 में सोनपुर में एक खतरनाक डॉग रॉड विलर एक युवक पर हमला कर दिया। इस घटना में युवक भागने का प्रयास किया लेकिन खतरनाक डॉग ने युवक के बाजू को मुंह में भर लिया और एक बार में पूरा नोच लिया। इस घटना युवक के बाजू का पूरा मांस गायब हो गया और हड्‌डी दिखाई देने लगी। आस पास के लोग लाठी डंडा लेकर पहुंच गए जिसके बाद किसी तरह से युवक को रॉड विलर डॉग से बचाया गया। भैंस का बच्चा चबा गया पटना के सगुना मोड़ पर एक प्राइवेट स्कूल के प्रबंध के घर में डॉग से बड़ी घटना हुई। स्कूल के प्रबंधक रॉड विलर पाल रखे...

पोप्युलर कुत्ते की कीमत लिस्ट l डॉग प्राइस इन इंडिया

आजके ज़माने मैं हर कोई इन्सान डॉग लवर होते हैं l और डॉग एक वफादार पालतू जानवर है l कई कुत्ते प्रमियो को एक कुता खरीदना तो होता हैं पर मन मैं ये सवाल बार बार उठता हैं की की कुत्ते की कीमत कितनी होगी l तो आज हम कुत्ते की कीमत के बारे मैं चर्चा करेंगे l डॉग प्राइस लिस्ट इन इण्डिया पिटबुल कुत्ते की कीमत पिटबुल डॉग की कीमत 8,000/-Rs से 50,000/ तक हो सकती है लेकिन यह कीमत कुछ कारणो के वजह से अलग अलग हो सकती है । पिटबुल डॉग प्राइस में जब हम मासिक खर्चों के बारे में बात करते हैं तो आपको जो मुख्य खर्च करना पड़ता है वह भोजन के लिए है। यदि आप अपने पिटबुल डॉग को नार्मल गुणवत्ता वाले कुत्ते का भोजन प्रदान करते हैं, तो इसकी कीमत लगभग 2000-4000 रुपये प्रति माह होगी। और उच्च गुणवता वाला भोजन प्रदान करते हो तो उससे ज्यादा हो सकता हैं l वोडाफोन कुत्ते की कीमत [ pug डॉग की कीमत ] वोडाफोन कुत्ते की कीमत 15,000- 25,000 तक हो सकती हैं यह कीमत कम या फिर ज्यादा भी हो सकती हैं वह नस्ल की गुणवत्ता पर निर्भर करता हैं और कुछ कारणो के वजह से अलग अलग हो सकती है । रोड व्हीलर डॉग की कीमत एक स्वस्थ्य और उच्च गुणवत्ता वाले रॉटविलर डॉग की कीमत इंडिया मैं 15,000-50,000/- Rs. तक हो सकती है। रॉटविलर डॉग की कीमत कुछ कारणों जेसे की उसकी गुणवता – स्थान –ब्रीडर और शुद्ध नस्ल उसकी वजह से कम या ज्यादा हो सकती है l जर्मन शेफर्ड कुत्ते की कीमत जर्मन शेफर्ड कुत्ते की कीमत इंडिया मैं स्वस्थ एवं अच्छी गुणवत्ता वाले जर्मन शेफर्ड की कीमत लगभग Rs. 12,000-30,000 /- तक हो सकती हैं कभी-कभी यह कीमत कम या फिर ज्यादा भी हो सकती हैं यह निर्भर करता हैं की आप कैसे ब्रीडर या पेट स्टोर से खरीदते हैं तथा इसके अलावा अलग-अलग शहरों व राज्...

गंगानगर और हनुमानगढ़ में पिटबुल डॉग की कराते हैं फाइट, एक

पिटबुल को लेकर लोगों में दीवानगी क्यों है। वैसे तो अमेरिका में पिटबुल काे बैन किया गया है। जयपुर की बात करें तो यहां करीब 250 से ज्यादा पिटबुल डॉग हैं। इन्हें फार्म हाउस पर बड़े मकानों में सुरक्षा के लिए रखा जाता है। वहीं पूरे राजस्थान की बात करें ताे गंगानगर और हनुमानगढ़ में ही दो हजार से ज्यादा पिटबुल डॉग हैं। माना जाता है कि पंजाब से सटे कुछ इलाकों में हर तीसरे घर में पिटबुल डॉग है। राजस्थान में पिटबुल डॉग सबसे ज्यादा गंगानगर और हनुमानगढ़ में है। यहां पर डॉग फाइट कराई जाती है। इन फाइट्स में एक लाख रुपए से लेकर पांच लाख रुपए तक की शर्त लगाई जाती है। खास बात है कि इन डॉग के रेट्स भी फाइट पर ही तय होते हैं। जैसे कि एक डॉग ने 10 फाइट जीत ली है तो उसकी कीमत 5 लाख रुपए हो जाती है। ऐसे डॉग के पपी की कीमत भी ज्यादा होती है। इन्हें 50 हजार रुपए तक बेचा जाता है। ये फाइट इतनी खतरनाक होती है कि डॉग एक-दूसरे काे जान से मार देते हैं। जीतने वाले डॉग मालिक की ओर से जश्न मनाया जाता है। पंजाब और हरियाणा से सटे दो जिले गंगानगर और हनुमानगढ़ में डॉग फाइट की दीवानगी है। यहां पर डॉग फाइट स्टेटस सिंबल बन चुका है। बीकानेर में हुए डॉग शो में 60 से ज्यादा पिटबुल पहुंचे बीकानेर में कुछ समय पहले एक डॉग शो कराया गया था। शो में गंगानगर और हनुमानगढ़ के अलावा कई जगहों से 60 से ज्यादा पिटबुल डॉग लाए गए थे। तब संचालकों ने पिटबुल को शो में पार्टिसिपेट कराने से मना कर दिया था। उनके बीच में कहासुनी हो गई थी और विवाद भी हो गया था। वे लोग पार्किंग में आ गए थे। हैरानी की बात है कि उन्होंने शर्त लगाकर पार्किंग में ही डॉग के बीच फाइट शुरू कर दी थी। कुत्तों के लड़ने की आवाजें सुनकर संचालक पहुंचे। उन्हें फाइट से मना किय...

पिटबुल की कीमत

Pitbull dog information Hindi हेल्लो दोस्तों केसे हो आप सब . उमीद करता हूँ की ये जो भी डॉग के बारे मैं इनफार्मेशन दे रहा हु सब आपको useful होती होगी.आज हम Pitbull information की full जानकारी देने वाले है तो पढ़ते रहिये हमारा आजका आर्टिकल. यूके में अमेरिकी पिटबुल टेरियर के रूप में जाना जाता है, पिटबुल मूल रूप से बुलडॉग और टेरियर से मिलती नस्ल है, जिसे पहली बार 1870 के दशक में संयुक्त राज्य अमेरिका में आयात किया गया था। हालाँकि, नस्ल इससे पहले ब्रिटेन में 1800 के दशक की शुरुआत में अस्तित्व में आई थी। पारंपरिक रूप से बुलडॉग और टेरियर नस्लों का इस्तेमाल बुल-बाइटिंग, रैट बैटिंग और डॉगफाइटिंग के क्रूर रक्तपात में करते थे | जैसे-जैसे समय बीतता गया, पिटबुल की प्रतिष्ठा लड़ने वाले कुत्तों से एक मजदूर वर्ग के साथी की प्रतिष्ठा में बदल गई। उनकी बुद्धिमत्ता और दृढ़ता के कारण, नस्ल वास्तव में WWI और WWII के दौरान संयुक्त राज्य अमेरिका का शुभंकर बन गया। हर जगह पोस्टरों ने पिटबुल को राष्ट्र की सफलता से जोड़ा। 1976 में, संयुक्त राज्य अमेरिका के सुप्रीम कोर्ट ने पशु कल्याण अधिनियम पारित किया, जिसमें अन्य बातों के अलावा, सभी 50 राज्यों में डॉगफाइटिंग पर प्रतिबंध लगा दिया गया था। वास्तव में, अपराधियों ने पिटबुल को अवैध रूप से लड़ने वाले कुत्तों के रूप में तलाशना शुरू कर दिया क्योंकि 1980 के दशक में भूमिगत कुत्तों की लड़ाई अधिक प्रचलित हो गई थी। Height 14-21 Inches Pitbull Weight 35-65 Pounds Exercise Requirements 60-90 minutes per day Energy Very High Health Above Average Lifespan 10-12 Years Colors Black, White, Brindle, Fawn, Tan, Grey, Blue, Brown, Red ये भी पोस्ट पढ़े- Temperament स्वभाव प...

डॉग बाइट की एक तिहाई मामलों के पीछे यही क्रॉस बीड, एक्सपर्ट बोले

बच्चों और बुजुर्गों को ज्यादा सतर्क रहने की जरूरत डॉग ट्रेनर डॉ. एपी यादव ने बताया,"इंडिया में होने वाली डॉग बाइट की कुल घटनाओं में एक तिहाई के पीछे पिटबुल होते हैं। इस नस्ल का डॉग अग्रेसिव टेम्परामेंट का होता है। इसीलिए इसकी रेगुलर काउंसलिंग बहुत जरूरी होती है। ये नस्ल प्योर ब्रीड नहीं, बल्कि क्रॉस ब्रीड है। इसको पैदा करने के पीछे अमेरिका जैसे देशों में वाइल्ड स्पोर्ट्स-डॉग फाइटिंग के गेम्स थे। बाद में इसकी ग्लोबल डिमांड बढ़ी। सुझाव ये हैं कि इसे घर में न पाले। अगर पालते हैं, तो घर में बच्चों और बुजर्गों पर विशेष ध्यान दें। क्योंकि ये कभी भी हमलावर हो सकते हैं। अमित त्रिपाठी जिम ट्रेनर हैं और उन्हें डॉग पालने का शौक है। घर के लिए नहीं, फार्महाउस के लिए पिटबुल को करें प्रेफर एक्सपर्ट पिटबुल को घरों में पालने से बचने की सलाह देते हैं। बेहतर होगा कि इन्हें फार्महाउस में रखें। पिटबुल की जगह लैब्राडोर, जर्मन शेफर्ड, बीगल डॉग, गोल्डन रिट्रीवर और पामेरियन नस्ल के डॉग पाल सकते हैं।