पर्यावरण पर निबंध 600 शब्द

  1. पर्यावरण पर निबंध
  2. पर्यावरण पर निबंध हिन्दी में। Essay on Environment in Hindi
  3. Environment Essay in Hindi
  4. पर्यावरण बचाओ पर निबंध
  5. पर्यावरण पर निबन्ध 300, 600,1000 शब्द: Paryavaran par nibandh/Essay on environment in hindi
  6. पर्यावरण संरक्षण पर निबंध (300, 500 और 600 शब्दों में)
  7. पर्यावरण पर निबंध Essay on Environment in Hindi


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पर्यावरण पर निबंध

विषय सूची • • • • पर्यावरण पर निबंध | Essay on Environment in Hindi पर्यावरण पर निबंध (250 शब्द) पर्यावरण हमें कुदरत द्वारा मिला एक अमूल्य उपहार है। पर्यावरण हमारे जीवन के लिए अनिवार्य है। संस्कृत भाषा के ‘परि’ और ‘आवरण’ दोनों को मिलाकर हिंदी शब्द पर्यावरण बनता है, जिसका मतलब है चारों तरफ से घिरे हुए। पर्यावरण के बिना धरती पर जीवन का अस्तित्व ही नहीं है। मानव जीवन और पर्यावरण एक दूसरे के पूरक है।पर्यावरण में हमारे आसपास के सभी जैविक संघटकों और अजैविक संघटकों का समावेश होता है। पर्यावरण के प्रति लोगों को उसका महत्व समझाने और जागरूकता लाने के लिए हर साल 5 जून का दिन ‘विश्व पर्यावरण दिवस’ (World Environment Day) के रूप में मनाया जाता है। पर्यावरण के अनगिनत फायदे है। हमारे शरीर के लिए जरूरी ऑक्सीजन वायु पर्यावरण ही प्रदान करता है। पर्यावरण से ही हमें शुद्ध पानी और भोजन मिलता है। जीवन के लिए जरूरी प्रकाश और गर्मी पर्यावरण ही प्रदान करता है। पृथ्वी के सभी छोटे बड़े जीवों का निवासस्थान पर्यावरण की देन है। पृथ्वी, जल, अग्नि, आकाश और वायु से बने पर्यावरण के सभी घटक एक दूसरे से जुड़ हुए है। उनमें से किसी एक घटक का नष्ट होना हमारे लिए खतरे की निशानी है। पर्यावरण हरियाली हमारे मन तो शांति औरआनंद प्रदान करती है। आज विज्ञान ने काफी तरक्की की है। जिसकी बदौलत पर्यावरण में प्रदूषण की मात्रा बढ़ गई है, जो हमारे अस्तित्व के लिए खतरे की निशानी है। जनसंख्या बढ़ने के कारण आज जंगलों की अंधाधुन कटाई हो रही है, जिसका सीधा प्रभाव पर्यावरण पर पड़ रहा है। पर्यावरण को बचाने के लिए हमें एकजुट होना ही होगा। प्रदुषण से जुड़े हर कार्य पर नियंत्रण लगाना ही होगा। पर्यावरण के दुश्मन प्लास्टिक का उपरोग रोकना ...

पर्यावरण पर निबंध हिन्दी में। Essay on Environment in Hindi

पर्यावरण शब्द का निर्माण दो शब्दों परि और आवरण से मिलकर बना है, जिसमें परि का मतलब है हमारे आसपास अर्थात जो हमारे चारों ओर है, और 'आवरण' जो हमें चारों ओर से घेरे हुए है। पर्यावरण उन सभी भौतिक, रासायनिक एवं जैविक कारकों की कुल इकाई है जो किसी जीवधारी अथवा पारितंत्रीय आबादी को प्रभावित करते हैं तथा उनके रूप, जीवन और जीविता को तय करते हैं। पर्यावरण के जैविक संघटकों में सूक्ष्म जीवाणु से लेकर कीड़े-मकोड़े, सभी जीव-जंतु और पेड़-पौधों के अलावा उनसे जुड़ी सारी जैव क्रियाएं और प्रक्रियाएं भी शामिल हैं। जबकि पर्यावरण के अजैविक संघटकों में निर्जीव तत्व और उनसे जुड़ी प्रक्रियाएं आती हैं, जैसे: पर्वत, चट्टानें, नदी, हवा और जलवायु के तत्व इत्यादि। सामान्य अर्थों में यह हमारे जीवन को प्रभावित करने वाले सभी जैविक और अजैविक तत्वों, तथ्यों, प्रक्रियाओं और घटनाओं से मिलकर बनी इकाई है। यह हमारे चारों ओर व्याप्त है और हमारे जीवन की प्रत्येक घटना इसी पर निर्भर करती और संपादित होती हैं। मनुष्यों द्वारा की जाने वाली समस्त क्रियाएं पर्यावरण को प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से प्रभावित करती हैं। इस प्रकार किसी जीव और पर्यावरण के बीच का संबंध भी होता है, जो कि अन्योन्याश्रि‍त है। 'बापू सेहत के लिए तू तो हानिकारक है' दंगल फिल्म का आपने यह गाना तो ज़रूर सुना होगा। साथ ही आपने कई बार 'पापा कहते हैं बड़ा नाम करेगा' गाना भी गाया होगा। आपके पापा कहे न कहे पर फिल्म देखना सबको बहुत पसंद होता है। फिल्म हमारे जीवन और दुनिया की सच्चाई को दर्शाती है।आप अपने पिता के साथ ये फादर स्पेशल फिल्म देख सकते हैं। These fruits remove dirt of body : शरीर में जमी गंदगी यदि बाहर निकल जाती है तो व्यक्ति हर तरह से निरोगी हो जाता ...

Environment Essay in Hindi

पर्यावरण को प्राकृतिक और मानव निर्मित परिवेश के रूप में परिभाषित किया जा सकता है जिसमें जीवित जीव मौजूद हैं। इसमें सभी भौतिक, जैविक और सामाजिक कारक शामिल हैं जो जीवित चीजों के विकास और उत्तरजीविता को प्रभावित करते हैं। भौतिक वातावरण में दुनिया के निर्जीव तत्व शामिल हैं, जैसे हवा, पानी, मिट्टी और जलवायु, साथ ही निर्मित पर्यावरण, जैसे कि भवन, सड़कें और बुनियादी ढाँचा। जैविक पर्यावरण में बैक्टीरिया और पौधों से लेकर जानवरों और मनुष्यों तक सभी जीवित जीव शामिल हैं। सामाजिक वातावरण सांस्कृतिक, आर्थिक और राजनीतिक कारकों को संदर्भित करता है जो मानव व्यवहार को आकार देते हैं। पर्यावरण के ये सभी पहलू आपस में जुड़े हुए हैं और लगातार एक दूसरे के साथ कार्यशील हैं। पर्यावरण पर छोटे तथा बड़े निबंध (Short and long essay on Environment) विषयसूची (Table of Contents) • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • निबंध 1 (800 शब्द) – पर्यावरण पर्यावरण हमारी दुनिया का एक महत्वपूर्ण घटक है। यह उन सभी चीजों को संदर्भित करता है जो हमें घेरती हैं, जिसमें सजीव और निर्जीव चीजें शामिल हैं। यह उन सभी तत्वों को समाहित करता है जो प्राकृतिक दुनिया को बनाते हैं, जैसे कि वातावरण, जल निकाय, भूमि और जीवित जीव। पर्यावरण हमारे अस्तित्व के लिए आवश्यक है, और यह अनिवार्य है कि हम इसकी रक्षा करें। इस निबंध में हम पर्यावरण, इसके महत्व और इसे बचाने में आने वाली चुनौतियों पर चर्चा करेंगे। पर्यावरण का महत्व पर्यावरण हमारे अस्तित्व के लिए महत्वपूर्ण है। यह हमें वे संसाधन प्रदान करता है जिनकी हमें जीने के लिए आवश्यकता होती है, जिसमें हवा, पानी और भोजन शामिल हैं। उदाहरण के लिए, वातावरण हमें ऑक्सीजन प्रदान करता ...

पर्यावरण बचाओ पर निबंध

पर्यावरण का संबंध उन जीवित और गैर जीवित चीजो से है, जो कि हमारे आस-पास मौजूद है, और जिनका होना हमारे लिए बहुत महत्वपूर्ण है। इसके अंतर्गत वायु, जल, मिट्टी, मनुष्य, पशु-पक्षी आदि आते है। हालांकि एक शहर, कस्बे या गांव में रहते हुए हम देखते है कि हमारे आस-पास का वातावरण और स्थान वास्तव में एक प्राकृतिक स्थान जैसे कि रेगिस्तान, जंगल, या फिर एक नदी आदि थे, जिन्हे हम मनुष्यों ने अपने उपयोग के लिए इमारतो, सड़को या कारखानो में तब्दील कर दिया है। पर्यावरण बचाओ पर छोटे तथा बड़े निबंध (Short and Long Essay on Save Environment in Hindi, Paryavaran Bachao par Nibandh Hindi mein) पर्यावरण संरक्षण पर निबंध– 1 (250 – 300 शब्द) प्रस्तावना पर्यावरण दो शब्दों से मिलकर बना है, परि + आवरण जिसका अर्थ है- बाहरी आवरण। बिना घर के जिस प्रकार हम सुरक्षित नहीं होते उसी प्रकार बिना पर्यावरण की सुरक्षा हमारा कोई अस्तित्व नहीं। पर्यावरण सभी जीवों को जीने के लिए उचित स्थिति प्रदान करती है। पर्यावरण संरक्षण का महत्व हमारे द्वारा श्वसन के लिए वायु का इस्तेमाल किया जाता है, पीने तथा अन्य दैनिक कार्यो के लिए पानी का इस्तेमाल किया जाता है सिर्फ इतना ही नही जो भोजन हम खाते है वह भी कई प्रकार के पेड़-पौधो, पशु-पक्षीओं और सब्जियो, दूध, अंडो आदि से प्राप्त होता है। आवश्यकताओ को ध्यान में रखते हुए इन संसाधनो की सुरक्षा बहुत ही जरुरी हो गई है। पर्यावरण संरक्षण के उपाय इस लक्ष्य की प्राप्ति सिर्फ सतत विकास के द्वारा ही संभव है। इसके अलावा उद्योग ईकाईयों द्वारा तरल और ठोस सह-उत्पाद जो कि कचरे के रुप में फेक दिए जाते है इनके भी नियंत्रण की आवश्यकता है, क्योंकि इनके कारण प्रदूषण बढ़ता है। जिससे की कैसंर और पेट तथा आंत ...

पर्यावरण पर निबन्ध 300, 600,1000 शब्द: Paryavaran par nibandh/Essay on environment in hindi

Table of Contents • • • • • • • • • पर्यावरण पर निबन्ध 1000 शब्द: पर्यावरण पृथ्वी पर सभी जीवन की नींव है। यह हमारे ग्रह पर मौजूद सभी जीवित और निर्जीव चीजों को शामिल करता है। पर्यावरण में वह हवा शामिल है जिसमें हम सांस लेते हैं, जो पानी हम पीते हैं, जो खाना हम खाते हैं, जिस जमीन पर हम रहते हैं, और जिन प्राकृतिक संसाधनों पर हम निर्भर हैं। हमारा पर्यावरण एक अनमोल संसाधन है जिसकी हमें आने वाली पीढ़ियों के लिए रक्षा और संरक्षण करना चाहिए। पर्यावरण के महत्व को अतिरंजित नहीं किया जा सकता है। यह हमें स्वच्छ हवा, पानी और भोजन प्रदान करता है। यह विविध पारिस्थितिक तंत्रों का समर्थन करता है जो पौधों और जानवरों की प्रजातियों की एक विस्तृत श्रृंखला को बनाए रखते हैं। पर्यावरण हमें लकड़ी, खनिज और तेल जैसे कच्चे माल भी प्रदान करता है, जो आर्थिक वृद्धि और विकास के लिए आवश्यक हैं। हालांकि, एक प्रजाति के रूप में हमारे कार्यों ने पर्यावरण को काफी नुकसान पहुंचाया है। औद्योगीकरण के उदय और मानव जनसंख्या में वृद्धि ने हमारे ग्रह के प्राकृतिक संसाधनों पर अत्यधिक दबाव डाला है। जीवाश्म ईंधन का अत्यधिक उपयोग, वनों की कटाई, प्रदूषण और निवास स्थान का विनाश ऐसे कुछ उदाहरण हैं जिनसे हमने अपने पर्यावरण को नुकसान पहुंचाया है। आज हमारे ग्रह के सामने सबसे महत्वपूर्ण चुनौतियों में से एक जलवायु परिवर्तन है। मानव गतिविधियों, जैसे कि जीवाश्म ईंधन को जलाना और वनों की कटाई, ने ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जन में वृद्धि की है, जिससे वैश्विक तापमान में वृद्धि हो रही है। बदले में, यह तूफान, सूखा और बाढ़ जैसी अधिक चरम मौसमी घटनाओं का कारण बन रहा है। जलवायु परिवर्तन जैव विविधता के लिए भी खतरा पैदा करता है, क्योंकि बढ़ता तापमान औ...

पर्यावरण संरक्षण पर निबंध (300, 500 और 600 शब्दों में)

दोस्तों, हम अपने पर्यावरण के विषय में तो जानते ही हैं, कि पर्यावरण ही दुनिया के समस्त भगौलिक स्थितियों का नियंत्रणकर्ता है। लेकिन आधुनिक भारत में नवीनीकरण व औद्यौगिककरण ने देश के पर्यावरण को इस तरह दूषित कर दिया है, कि मानव जाति का जीवन ही संकट में अा चुका है। आज के आर्टिकल के जरिए हम अपने लेख में आपको पर्यावरण संरक्षण विषय पर निबंध प्रस्तुत कर रहे हैं। जो आपकी निबंध प्रतियोगिताओं, निबंध लेखन इत्यादि में लाभकारी साबित होंगे। तो आइए जानते हैं, पर्यावरण संरक्षण पर निबंध… पर्यावरण संरक्षण पर निबंध (300) प्रस्तावना पर्यावरण संरक्षण का मतलब है, हमारे आस पास के वातावरण को संरक्षित करना। पर्यावरण मानव जाति के लिए एक उपहार है। जिसको सुरक्षित करना हमारा कर्तव्य है। लेकिन आज के समय में स्वार्थी मनुष्य अपने हित के लिए पर्यावरण का अहित कर रहा है। जो वाकई बेहद घातक सिद्ध हो सकता है। पर्यावरण का मानव जीवन से सीधा संबंध है। इसलिए पर्यावरण को हानि पहुंचेगी तो मानव जीवन भी कलुषित हो जाएगा। यही कारण है कि वर्तमान समय में पर्यावरण संरक्षण के लिए सार्थक कदम उठाए जाने की मांग बढ़ती चली जा रही है। पर्यावरण संरक्षण की आवश्यकता हमारे आस पास का समस्त वातावरण जैसे पेड़ पौधे, पशु, पक्षी, मनुष्य, जीव जंतु इत्यादि पर्यावरण का ही एक हिस्सा हैं। इस प्रकार इन सभी का पर्यावरण से घनिष्ठ सम्बन्ध है। हम कह सकते हैं कि यह सब एक दूसरे के पूरक है। ऐसे में यदि आप अपने पूरक को ही दूषित कर देंगे तो निसंदेह आपका दूषित होने भी स्वाभाविक है। पर्यावरण के दूषित होने से संसार में अनेकों बीमारियां जन्म ले रही हैं। जीव जंतुओं की संख्या भी घटती जा रही है। पेड़ पौधे जो हमें ताजी हवा प्रदान करते हैं. इनकी संख्या घटती जा रही ...

पर्यावरण पर निबंध Essay on Environment in Hindi

Hindi Essay Writing – पर्यावरण (Environment) पर्यावरण पर निबंध – इस लेख हम पर्यावरण से तात्पर्य, पर्यावरण के प्रकार, पर्यावरण और मानव का संबंध, पर्यावरण असंतुलन, पर्यावरण संरक्षण, पर्यावरण प्रदूषण आदि के बारे में जानेगे | अनादिकाल से मानव का अस्तित्व वनस्पति और जीव-जंतुओं के ऊपर निर्भर रहा है। जीवन और पर्यावरण एक दूसरे से संबद्ध है । समस्त जीवधारियों का जीवन पर्यावरण की उपज होता है। अतः हमारे तन मन की रचना, शक्ति, सामर्थ्य एवं विशेषता और संपूर्ण पर्यावरण से नियंत्रित होती है। उसी में पनपती हैं और विकास पाती हैं। वस्तुतः जीवन और पर्यावरण एक दूसरे से इतने जुड़े हुए हैं कि दोनों का सहअस्तित्व बहुत आवश्यक है। • • • • • • • • • पर्यावरण से तात्पर्य पर्यावरण दो शब्दों से मिलकर बना है – परि‌+ आवरण। परि का अर्थ है चारों ओर, आवरण का अर्थ है घेरे हुए । इस प्रकार ऐसा आवरण जो हमें चारों ओर से घेरे हुए है, पर्यावरण कहलाता है। पर्यावरण को अंग्रेजी में एनवायरनमेंट कहते हैं। एनवायरनमेंट शब्द फ्रेंच भाषा के “environner” शब्द से लिया गया है। जिसका अर्थ है घिरा हुआ या घेरा होना। यह एक तरह से हमारा सुरक्षा कवच है, जो हमें प्रकृति से विरासत में मिला है। दूसरे शब्दों में पर्यावरण का अर्थ जैविक और अजैविक घटकों एवं उनके आसपास के वातावरण के सम्मिलित रूप से है, जो जीवन के आधार को संभव बनाते है। पर्यावरण संरक्षण अधिनियम 1986 के अनुसार पर्यावरण,‌किसी किसी जीव के चारों ओर घिरी भौतिक एवं जैविक दशा व उनके साथ अंतक्रिया को सम्मिलित करता है । Top पर्यावरण के प्रकार पर्यावरण में पाए जाने वाले कारकों के आधार पर हम इसे दो भागों में बांट सकते हैं । • प्राकृतिक पर्यावरण • मानव निर्मित पर्यावरण प्राकृतिक पर्याव...