शिवाजी महाराज की मृत्यु कैसे हुई

  1. हंबीरराव मोहिते
  2. शिवाजी महाराज का जीवन परिचय
  3. Shivaji Maharaj (Chhatrapati Shivaji Maharaj) » Hindijod
  4. पुण्यतिथि : कैसे हुआ शिवाजी महाराज का निधन, क्या उन्हें जहर दिया गया
  5. पुण्यतिथि : कैसे हुआ शिवाजी महाराज का निधन, क्या उन्हें जहर दिया गया
  6. शिवाजी महाराज का जीवन परिचय
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हंबीरराव मोहिते

अनुक्रम • 1 प्रारंभिक जीवन • 2 बुरहानपुर पर हमला • 3 संभाजी का राज्यारोहण • 4 मृत्यु • 5 सन्दर्भ प्रारंभिक जीवन [ ] हंबीरराव का जन्म प्रतापराव गूजर की मृत्यु के बाद शिवाजी महाराज ने हंबीरराव को अपना सेनापति (कमांडर) बनाया। बुरहानपुर पर हमला [ ] बुरहानपुर दक्षिणी और उत्तरी भारत को जोड़ने वाला एक प्रमुख व्यापार केंद्र था और शहर में कुल 17 व्यापार केंद्र थे। 30 जनवरी 1681 को हंबीरराव मोहिते और संभाजी ने अचानक बुरहानपुर पर आक्रमण कर दिया। उस समय बुरहानपुर का सूबेदार जहान खान था। बुरहानपुर में केवल 200 सैनिक तैनात थे, जबकि हंबीरराव के पास 20,000 की सेना थी। मुगलों में हम्बीरराव की सेना का विरोध करने की ताकत नहीं थी। इस लड़ाई में मराठों को 1 करोड़ से भी ज्यादा की संपत्ति मिली थी। 17 मार्च 1683 को, हंबीरराव ने कल्याण - भिवंडी की लड़ाई में संभाजी का राज्यारोहण [ ] मोहिते की बहन ने 1680 में शिवाजी की मृत्यु के बाद हंबीरराव संभाजी को गिरफ्तार करने के सिलसिले में पन्हाला गए लेकिन उन्होंने निष्ठा बदल दी और अपनी ही बहन के खिलाफ शिवाजी के बड़े बेटे का समर्थन किया। इसने कदम ने संभाजी के प्रवेश और सोयराबाई द्वारा रची गई साजिश की विफलता को सुनिश्चित किया। मृत्यु [ ] हंबीरराव ने 1687 में वाई प्रांत के पास लड़ी गई एक लड़ाई में सरजा खान को हरा दिया, लेकिन एक तोप का गोला उनकों को लग गया, जिससे उनकी मृत्यु हो गई। सन्दर्भ [ ] • ↑ Maratha Generals and Personalities: A gist of great personalities of Marathas (अंग्रेज़ी में). Pratik gupta. 2014-08-01. • Tarde, Pravin (2022-05-27), Sarsenapati Hambirrao (एक्शन, ड्रामा, इतिहास), Sunil Abhyankar, Raqesh Bapat, Devendra Gaikwad, AA Films, Urvita Produc...

शिवाजी महाराज का जीवन परिचय

जिस समय लगभग पुरे उत्तर भारत पर मुगलों का राज था जिस समय हिन्दू धर्म खतरे में था जिस समय भारत के अधिकतर राजाओ ने मुगलों की अधीनता स्वीकार कर ली थी उस समय एक चिंगारी भारत के दक्षिण में जल रही थी जिसने भारत में हिन्दवी स्वराज के लिए लोगो के मन में उत्सुकता पैदा की | इस राजा का राज्य भले ही बड़ा नहीं था लेकिन इस राजा ने जिस विचार को जनम दिया उस विचार ने भारत में मराठा साम्राज्य का शासन दक्षिण से लेकर अफगानिस्तान तक कर दिया था | आज हम आपको बताने जा रहे हैं भारत के ऐसे वीर की कहानी जिसके लिए लोगो के मन में आदर, सत्कार और प्यार आज भी जिन्दा है | लोग इस राजा को देवताओ की तरह पूजते हैं इनके नाम की वजह से नहीं बल्कि इनके कर्मो की वजह से | दोस्तों उस वीर का नाम है छत्रपति शिवाजी महाराज | आइए शिवाजी का जीवन परिचय आपको बताते हैं और जानते हैं कि कैसे उन्होंने जमीन ही नहीं बल्कि लोगों के दिलों पर भी राज किया | • • • • • • • • • • • छत्रपति शिवाजी महाराज का जीवन परिचय Shivaji Maharaj Information in Hindi पूरा नाम (Full Name) शिवाजी राजे भोंसले (छत्रपति शिवाजी महाराज) जन्मतिथि (Birthdate) 19 फरवरी 1630 (शिवनेरी दुर्ग, महाराष्ट्र) पिता का नाम (Father’s Name) शाहजी भोंसले माता का नाम (Mother’s Name) जीजाबाई पत्नी का नाम (Wife Name) सईबाई निम्बालकर मृत्यु (Death) 3 अप्रैल 1680 शिवाजी महाराज का इतिहास – Shivaji Maharaj History in Hindi शिवाजी महाराज का जन्म (Shivaji Maharaj Janm Tithi ) Shivaji Maharaj Birth Date मराठा साम्राज्य के सबसे पहले छत्रपति महाराज शिवाजी का जनम 19 फरवरी 1630 को शिवनेरी दुर्ग पुणे में हुआ था | कुछ जगह उनके जनम की तिथि6 अप्रैल 1627 दर्ज है जबकि मराठा लूनर केलेंडर के अनु...

Shivaji Maharaj (Chhatrapati Shivaji Maharaj) » Hindijod

Shivaji Maharaj (Chhatrapati Shivaji Maharaj): शिवाजी महाराज, जिन्हें छत्रपति शिवाजी महाराज के रूप में भी जाना जाता है, अपने उल्लेखनीय सैन्य कौशल और भारत के भीतर एक स्वायत्त मराठा साम्राज्य की स्थापना के लिए अपने अथक प्रयासों के लिए व्यापक रूप से प्रसिद्ध हैं। उनका भारतीय इतिहास में एक महत्वपूर्ण स्थान है। आज भी उनकी कार्यों को दुनिया भर के विभिन्न क्षेत्रों में सम्मानित और स्मरण किया जाता है। Table of Contents • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • छत्रपति शिवाजी महाराज chhatrapati shivaji maharaj 17 वीं शताब्दी के दौरान भारत में रहने वाले एक प्रमुख योद्धा और राजा थे। उनका जन्म 19 फरवरी, 1630 को पुणे, भारत के पास शिवनेरी किले में हुआ था। वह भोंसले मराठा कुल से ताल्लुक रखते थे और शाहजी भोंसले के पुत्र थे, जो एक प्रमुख मराठा सरदार थे। shivaji maharaj information: आज हम यहाँ छत्रपती शिवाजी महाराज shivaji maharaj history in hindi देखेंगे जो की बोहोत ही रोमांचक और प्रेरणादाई होने वाली है। जब भी shivaji maharaj story के बारे में कोई चर्चा होती है तब केवल उनके शौर्य, पराक्रम, युद्धकौशल के बारे में ही चर्चा की जाती है। अवश्य यह सब चीजे महत्वपूर्ण है ही पर असल में जरुरत है उनकी दूरदृष्टि, उनकी नीतिया, उनके मैनेजमेंट के कौशल, व्यापर, खेती,किसानो से जुड़े निर्णय तथा स्त्री सबलीकरण इन सबके बारे में भी खुले मन से हमे देखना चाहिए। शिवाजी महाराज की उल्लेखनीय उपलब्धियां: शिवाजी महाराज, भारतीय इतिहास में सबसे सम्मानित शख्सियतों में से एक थे, उनके शासनकाल के दौरान कई उल्लेखनीय उपलब्धियां हासिल कीं। उनकी कुछ महत्वपूर्ण उपलब्धियाँ हम यहाँ देखेंगे: मराठा साम्राज्य की स्थापना...

पुण्यतिथि : कैसे हुआ शिवाजी महाराज का निधन, क्या उन्हें जहर दिया गया

how shivaji death happened was he died from piosion in a conspiracy पुण्यतिथि : कैसे हुआ शिवाजी महाराज का निधन, क्या उन्हें जहर दिया गया Chhatrapati Shivaji Maharaj Punyatithi: शिवाजी के निधन को लेकर लंबे अर्से से इतिहासकारों में भ्रम की स्थिति रही है. एक वर्ग मानता है कि उन्हें जहर दिया गया जबकि एक वर्ग कहता है कि उनकी मृत्यु स्वाभाविक थी. • Last Updated :April 03, 2023, 10:35 IST • Author संजय श्रीवास्तव 01 शिवाजी की मृत्यु 03 अप्रैल 1680 के दिन उनके रायगढ़ फोर्ट में हो गई थी. उनके निधन को लेकर इतिहासकारों में मतभेद है. कुछ इतिहासकार मानते हैं कि उनकी मृत्यु स्वाभाविक थी, हालांकि कई इतिहासकारों ने लिखा कि उन्हें साजिश के तहत जहर दिया गया था. इसके बाद उनकी हालत बिगड़ गई. उन्हें खून की पेचिस शुरू हुई. फिर उन्हें बचाया नहीं जा सका. 02 ये महाराष्ट्र का रायगढ़ किला है, जहां छत्रपति शिवाजी महाराज का निधन हुआ. 1926-27 में जब इस किले की खुदाई हुई तो इसमें हड्डियां और अवशेष मिले. जिनके बारे में माना गया कि ये अवशेष शिवाजी के थे. हालांकि इसे लेकर भी इतिहासकारों में मतभेद है कि ये शिवाजी के ही हैं या किसी और के. शिवाजी पर करीब दस किताबें लिख चुके महाराष्ट्र के इतिहासकार इंद्रजीत सावंत ने इन अवशेषों के डीएनए टेस्ट की मांग की थी, ताकि पता चल सके कि ये अवशेष किसके हैं. अगर ये शिवाजी के हुए तो इनके जरिए पता लग सकेगा कि उनकी मृत्यु की वजह क्या रही होगी. 05 जिस दिन शिवाजी का निधन हुआ, उस दिन हनुमान जयंती थी. किले में जोरशोर से इस जयंती को मनाने की तैयारियां चल रहीं थीं. शिवाजी की सारी रानियां उसमें व्यस्त थीं. बड़ा बेटा संभाजी वहां से दूर कोल्हापुर में था. यानी उनके पास कोई नहीं था. ऐसे ...

पुण्यतिथि : कैसे हुआ शिवाजी महाराज का निधन, क्या उन्हें जहर दिया गया

how shivaji death happened was he died from piosion in a conspiracy पुण्यतिथि : कैसे हुआ शिवाजी महाराज का निधन, क्या उन्हें जहर दिया गया Chhatrapati Shivaji Maharaj Punyatithi: शिवाजी के निधन को लेकर लंबे अर्से से इतिहासकारों में भ्रम की स्थिति रही है. एक वर्ग मानता है कि उन्हें जहर दिया गया जबकि एक वर्ग कहता है कि उनकी मृत्यु स्वाभाविक थी. • Last Updated :April 03, 2023, 10:35 IST • Author संजय श्रीवास्तव 01 शिवाजी की मृत्यु 03 अप्रैल 1680 के दिन उनके रायगढ़ फोर्ट में हो गई थी. उनके निधन को लेकर इतिहासकारों में मतभेद है. कुछ इतिहासकार मानते हैं कि उनकी मृत्यु स्वाभाविक थी, हालांकि कई इतिहासकारों ने लिखा कि उन्हें साजिश के तहत जहर दिया गया था. इसके बाद उनकी हालत बिगड़ गई. उन्हें खून की पेचिस शुरू हुई. फिर उन्हें बचाया नहीं जा सका. 02 ये महाराष्ट्र का रायगढ़ किला है, जहां छत्रपति शिवाजी महाराज का निधन हुआ. 1926-27 में जब इस किले की खुदाई हुई तो इसमें हड्डियां और अवशेष मिले. जिनके बारे में माना गया कि ये अवशेष शिवाजी के थे. हालांकि इसे लेकर भी इतिहासकारों में मतभेद है कि ये शिवाजी के ही हैं या किसी और के. शिवाजी पर करीब दस किताबें लिख चुके महाराष्ट्र के इतिहासकार इंद्रजीत सावंत ने इन अवशेषों के डीएनए टेस्ट की मांग की थी, ताकि पता चल सके कि ये अवशेष किसके हैं. अगर ये शिवाजी के हुए तो इनके जरिए पता लग सकेगा कि उनकी मृत्यु की वजह क्या रही होगी. 05 जिस दिन शिवाजी का निधन हुआ, उस दिन हनुमान जयंती थी. किले में जोरशोर से इस जयंती को मनाने की तैयारियां चल रहीं थीं. शिवाजी की सारी रानियां उसमें व्यस्त थीं. बड़ा बेटा संभाजी वहां से दूर कोल्हापुर में था. यानी उनके पास कोई नहीं था. ऐसे ...

शिवाजी महाराज का जीवन परिचय

जिस समय लगभग पुरे उत्तर भारत पर मुगलों का राज था जिस समय हिन्दू धर्म खतरे में था जिस समय भारत के अधिकतर राजाओ ने मुगलों की अधीनता स्वीकार कर ली थी उस समय एक चिंगारी भारत के दक्षिण में जल रही थी जिसने भारत में हिन्दवी स्वराज के लिए लोगो के मन में उत्सुकता पैदा की | इस राजा का राज्य भले ही बड़ा नहीं था लेकिन इस राजा ने जिस विचार को जनम दिया उस विचार ने भारत में मराठा साम्राज्य का शासन दक्षिण से लेकर अफगानिस्तान तक कर दिया था | आज हम आपको बताने जा रहे हैं भारत के ऐसे वीर की कहानी जिसके लिए लोगो के मन में आदर, सत्कार और प्यार आज भी जिन्दा है | लोग इस राजा को देवताओ की तरह पूजते हैं इनके नाम की वजह से नहीं बल्कि इनके कर्मो की वजह से | दोस्तों उस वीर का नाम है छत्रपति शिवाजी महाराज | आइए शिवाजी का जीवन परिचय आपको बताते हैं और जानते हैं कि कैसे उन्होंने जमीन ही नहीं बल्कि लोगों के दिलों पर भी राज किया | • • • • • • • • • • • छत्रपति शिवाजी महाराज का जीवन परिचय Shivaji Maharaj Information in Hindi पूरा नाम (Full Name) शिवाजी राजे भोंसले (छत्रपति शिवाजी महाराज) जन्मतिथि (Birthdate) 19 फरवरी 1630 (शिवनेरी दुर्ग, महाराष्ट्र) पिता का नाम (Father’s Name) शाहजी भोंसले माता का नाम (Mother’s Name) जीजाबाई पत्नी का नाम (Wife Name) सईबाई निम्बालकर मृत्यु (Death) 3 अप्रैल 1680 शिवाजी महाराज का इतिहास – Shivaji Maharaj History in Hindi शिवाजी महाराज का जन्म (Shivaji Maharaj Janm Tithi ) Shivaji Maharaj Birth Date मराठा साम्राज्य के सबसे पहले छत्रपति महाराज शिवाजी का जनम 19 फरवरी 1630 को शिवनेरी दुर्ग पुणे में हुआ था | कुछ जगह उनके जनम की तिथि6 अप्रैल 1627 दर्ज है जबकि मराठा लूनर केलेंडर के अनु...

Shivaji Maharaj (Chhatrapati Shivaji Maharaj) » Hindijod

Shivaji Maharaj (Chhatrapati Shivaji Maharaj): शिवाजी महाराज, जिन्हें छत्रपति शिवाजी महाराज के रूप में भी जाना जाता है, अपने उल्लेखनीय सैन्य कौशल और भारत के भीतर एक स्वायत्त मराठा साम्राज्य की स्थापना के लिए अपने अथक प्रयासों के लिए व्यापक रूप से प्रसिद्ध हैं। उनका भारतीय इतिहास में एक महत्वपूर्ण स्थान है। आज भी उनकी कार्यों को दुनिया भर के विभिन्न क्षेत्रों में सम्मानित और स्मरण किया जाता है। Table of Contents • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • छत्रपति शिवाजी महाराज chhatrapati shivaji maharaj 17 वीं शताब्दी के दौरान भारत में रहने वाले एक प्रमुख योद्धा और राजा थे। उनका जन्म 19 फरवरी, 1630 को पुणे, भारत के पास शिवनेरी किले में हुआ था। वह भोंसले मराठा कुल से ताल्लुक रखते थे और शाहजी भोंसले के पुत्र थे, जो एक प्रमुख मराठा सरदार थे। shivaji maharaj information: आज हम यहाँ छत्रपती शिवाजी महाराज shivaji maharaj history in hindi देखेंगे जो की बोहोत ही रोमांचक और प्रेरणादाई होने वाली है। जब भी shivaji maharaj story के बारे में कोई चर्चा होती है तब केवल उनके शौर्य, पराक्रम, युद्धकौशल के बारे में ही चर्चा की जाती है। अवश्य यह सब चीजे महत्वपूर्ण है ही पर असल में जरुरत है उनकी दूरदृष्टि, उनकी नीतिया, उनके मैनेजमेंट के कौशल, व्यापर, खेती,किसानो से जुड़े निर्णय तथा स्त्री सबलीकरण इन सबके बारे में भी खुले मन से हमे देखना चाहिए। शिवाजी महाराज की उल्लेखनीय उपलब्धियां: शिवाजी महाराज, भारतीय इतिहास में सबसे सम्मानित शख्सियतों में से एक थे, उनके शासनकाल के दौरान कई उल्लेखनीय उपलब्धियां हासिल कीं। उनकी कुछ महत्वपूर्ण उपलब्धियाँ हम यहाँ देखेंगे: मराठा साम्राज्य की स्थापना...

हंबीरराव मोहिते

अनुक्रम • 1 प्रारंभिक जीवन • 2 बुरहानपुर पर हमला • 3 संभाजी का राज्यारोहण • 4 मृत्यु • 5 सन्दर्भ प्रारंभिक जीवन [ ] हंबीरराव का जन्म प्रतापराव गूजर की मृत्यु के बाद शिवाजी महाराज ने हंबीरराव को अपना सेनापति (कमांडर) बनाया। बुरहानपुर पर हमला [ ] बुरहानपुर दक्षिणी और उत्तरी भारत को जोड़ने वाला एक प्रमुख व्यापार केंद्र था और शहर में कुल 17 व्यापार केंद्र थे। 30 जनवरी 1681 को हंबीरराव मोहिते और संभाजी ने अचानक बुरहानपुर पर आक्रमण कर दिया। उस समय बुरहानपुर का सूबेदार जहान खान था। बुरहानपुर में केवल 200 सैनिक तैनात थे, जबकि हंबीरराव के पास 20,000 की सेना थी। मुगलों में हम्बीरराव की सेना का विरोध करने की ताकत नहीं थी। इस लड़ाई में मराठों को 1 करोड़ से भी ज्यादा की संपत्ति मिली थी। 17 मार्च 1683 को, हंबीरराव ने कल्याण - भिवंडी की लड़ाई में संभाजी का राज्यारोहण [ ] मोहिते की बहन ने 1680 में शिवाजी की मृत्यु के बाद हंबीरराव संभाजी को गिरफ्तार करने के सिलसिले में पन्हाला गए लेकिन उन्होंने निष्ठा बदल दी और अपनी ही बहन के खिलाफ शिवाजी के बड़े बेटे का समर्थन किया। इसने कदम ने संभाजी के प्रवेश और सोयराबाई द्वारा रची गई साजिश की विफलता को सुनिश्चित किया। मृत्यु [ ] हंबीरराव ने 1687 में वाई प्रांत के पास लड़ी गई एक लड़ाई में सरजा खान को हरा दिया, लेकिन एक तोप का गोला उनकों को लग गया, जिससे उनकी मृत्यु हो गई। सन्दर्भ [ ] • ↑ Maratha Generals and Personalities: A gist of great personalities of Marathas (अंग्रेज़ी में). Pratik gupta. 2014-08-01. • Tarde, Pravin (2022-05-27), Sarsenapati Hambirrao (एक्शन, ड्रामा, इतिहास), Sunil Abhyankar, Raqesh Bapat, Devendra Gaikwad, AA Films, Urvita Produc...