शिवरात्रि का शुभ मुहूर्त कब है

  1. सावन शिवरात्रि 2022: कब है सावन की शिवरात्रि, जानिए तारीख, शुभ मुहूर्त और पूजन विधि
  2. Mahashivratri 2021 Mahashivratri Date Time Shubh Muhurat Puja Timing Puja Vidhi Arti Mantra Puja Samgri And Significance Of Mahashivratri Vrat
  3. mahashivratri 2021 date shubh muhurat significance and puja vidhi
  4. Masik Shivratri 2022:भाद्रपद में कब है मासिक शिवरात्रि? जानिए तिथि, शुभ मुहूर्त और महत्व


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सावन शिवरात्रि 2022: कब है सावन की शिवरात्रि, जानिए तारीख, शुभ मुहूर्त और पूजन विधि

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Mahashivratri 2021 Mahashivratri Date Time Shubh Muhurat Puja Timing Puja Vidhi Arti Mantra Puja Samgri And Significance Of Mahashivratri Vrat

Mahashivratri 2021: भगवान शिव (Shiva) को देवादि देव, महादेव, शंकर, नीलकंठ, भोलेनाथ, शिव-शम्‍भू, महेश और भोले भंडारी जैसे अनेकों नाम से जाना जाता है. कहते हैं कि तन-मन और पूर्ण श्रद्धा से जो कोई भी भोले भंडारी की आराधना करता है उसे मनवांछित फल मिलता है. वे अपने भक्तों के दुख और परेशानियों को देख नहीं पाते. महाशिवरात्रि (Mahashivratri) के मौके पर भक्‍त दिन-भर भूखे-प्‍यासे रहकर शिवलिंग (Shivling) पर जल चढ़ाते हैं और उन्‍हें प्रसन्न करने का प्रयास करते हैं. हिंदू धर्म में शिवरात्रि का बहुत ज्यादा महत्व है. इस वर्ष महाशिवरात्रि (Mahashivratri)11 मार्च, गुरुवार के दिन मनाई जाएगी. इस दिन कई शुभ योग बन रहे हैं. यह तिथि फाल्गुन मास के कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि को आती है. इस दिन शिव योग बन रहा है. साथ ही इस दिन नक्षत्र घनिष्ठा रहेगा और चंद्रमा मकर राशि में विराजमान रहेगा. महाशिवरात्रि के दिन स्वयंभू शिवजी की पूजा की जाती है. यह भी पढ़ें • Masik Shivratri 2023: चैत्र में इस दिन मनाई जाएगी मासिक शिवरात्रि, जानें इस व्रत के फलाहार में क्या खा सकते हैं आप • मध्य प्रदेश में खरगोन जिले के दो गांवों में महाशिवरात्रि पर दलित महिलाओं को पूजा करने से रोका, केस दर्ज • Mahashivaratri 2023: सारा अली खान से लेकर अजय देवगन तक, फिल्मी सितारों ने इस अंदाज में मनाईं महाशिवरात्रि चतुर्थी तिथि प्रारंभ: 11 मार्च 2021 को दोपहर 2 बजकर 39 मिनट से चतुर्थी तिथि समाप्‍त: 12 मार्च 2021 को दोपहर 3 बजकर 2 मिनट तक शिवरात्रि पारण समय: 12 मार्च की सुबह 6 बजकर 34 मिनट से शाम 3 बजकर 2 मिनट तक महाशिवरात्रि व्रत का महत्व महाशिवरात्रि के दिन शिवजी की पूजा की जाती है. इस दिन पूजा करने से व्यक्ति की सभी मनोकामनाएं पूरी ...

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नई दिल्ली. महाशिवरात्रि (Mahashivratri 2021) का पर्व 11 मार्च यानी गुरुवार को मनाया जाएगा. पंचांग के अनुसार, यह पावन पर्व माघ मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि को मनाया जाता है. हिन्दू धर्म में महाशिवरात्रि (Mahashivratri) पर्व का बहुत महत्व है. माना जाता है कि महाशिवरात्रि के दिन विधि-विधान से व्रत (Mahashivratri Vrat) रखने वाले जातकों को धन, सौभाग्य, समृद्धि, संतान और आरोग्य की प्राप्ति होती है. महाशिवरात्रि (Mahashivratri) भगवान शिव (Lord Shiva) और देवी पार्वती (Devi Parvati) के मिलन का पर्व है. भगवान शिव को सरल स्वभाव का देवता माना जाता है. इसीलिए भगवान शिव को भोलेनाथ (Bholenath) भी कहते हैं. भगवान शिव अपने भक्तों की भक्ति से बहुत जल्द प्रसन्न हो जाते हैं और उनकी सभी मनोकामनाएं पूरी करते हैं. जानिए महाशिवरात्रि का शुभ मुहूर्त (Mahashivratri 2021 Muhurat), महत्व (Mahashivratri Significance) और पूजा विधि (Mahashivratri Puja Vidhi). यह भी पढ़ें- महाशिवरात्रि व्रत शुभ मुहूर्त (Mahashivratri 2021 Vrat Shubh Muhurat) महा शिवरात्रि- बृहस्पतिवार, मार्च 11, 2021 निशीथ काल पूजा समय - 00:06 से 00:55, मार्च 12 अवधि - 48 मिनट 12 मार्च को शिवरात्रि पारण समय - 06:34 से 15:02 रात्रि प्रथम प्रहर पूजा समय - 18:27 से 21:29 रात्रि द्वितीय प्रहर पूजा समय - 21:29 से 00:31, मार्च 12 रात्रि तृतीय प्रहर पूजा समय - 00:31 से 03:32, मार्च 12 रात्रि चतुर्थ प्रहर पूजा समय - 03:32 से 06:34, मार्च 12 चतुर्दशी तिथि प्रारम्भ - मार्च 11, 2021 को 14:39 बजे चतुर्दशी तिथि समाप्त - मार्च 12, 2021 को 15:02 बजे महाशिवरात्रि 2021 का महत्व (Mahashivratri 2021 Significance) पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, महाशिवरात...

Masik Shivratri 2022:भाद्रपद में कब है मासिक शिवरात्रि? जानिए तिथि, शुभ मुहूर्त और महत्व

Masik Shivratri 2022: हिंदू पंचांग के अनुसार, प्रत्येक माह में कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को मासिक शिवरात्रि का व्रत रखा जाता है। शिव भक्त इस दिन व्रत रखते हैं और भगवान भोलेनाथ की विधि-विधान से पूजा करते हैं। मान्यता है कि प्रत्येक माह की शिवरात्रि पर व्रत रखने और विधि पूर्वक पूजन करने से भगवान शिव अपने भक्तों के जीवन में खुशियां भर देते हैं। साथ ही सभी मनोकामनाएं पूर्ण करते हैं। इस दिन व्रत करने से भक्तों के जीवन के सभी कष्ट दूर होते हैं और सुख-समृद्धि बनी रहती है। शिव भक्तों के लिए मासिक शिवरात्रि का दिन विशेष महत्व रखता है। इस दिन व्रत और पूजन करने से भगवान शिव के साथ माता पार्वती की भी विशेष कृपा होती है। ऐसे में चलिए जानते हैं मासिक शिवरात्रि की तिथि, पूजा विधि और शुभ मुहूर्त... भाद्रपद शिवरात्रि 2022 तिथि हिंदू कैलेंडर के अनुसार, भाद्रपद माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि की शुरुआत 25 अगस्त को सुबह 10 बजकर 37 मिनट पर हो रही है। वहीं ये तिथि 26 अगस्त को दोपहर 12 बजकर 23 मिनट पर समाप्त जाएगी। 25 अगस्त की रात में शिवरात्रि की पूजा का शुभ समय है, इसलिए भाद्रपद शिवरात्रि व्रत 25 अगस्त को ही रखा जाएगा। मासिक शिवरात्रि व्रत और पूजा का महत्व धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, मासिक शिवरात्रि का व्रत बेहद शुभ माना जाता है। मान्यता है कि इस दिन शिव मंत्र 'ॐ नमः शिवाय' का पूरे दिन जाप करने से व्यक्ति की सभी मनोकामना पूर्ण होती हैं। जो भक्त इस दिन उपवास करता है, उसे मोक्ष, मुक्ति की प्राप्ति होती है और वह स्वस्थ और समृद्ध जीवन व्यतीत करता है।